किशोर व किशोरियों को एनीमिया से बचने के लिए दिए गए टिप्स
अनुज जैन की रिपोर्ट
फर्रुखाबाद । जिले में गुरूवार से राष्ट्रीय पोषण सप्ताह की शुरुआत हो गई है । जिले की समस्त सीएचसी, पीएचसी , हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर ,डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय और सिविल अस्पताल में आने वाले किशोर किशोरियों को एनीमिया से किस तरह से बचा जाए पर जागरूक किया गया । साथ ही उनके रक्त की जांच की गयी और आईएफए की टैबलेट का वितरण हुआ। यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अवनींद्र कुमार का।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय पोषण सप्ताह के दौरान किशोर स्वास्थ्य दिवस, काउन्सिल की आउटरीच भ्रमण, किशोर स्वास्थ्य मंच एवं स्कूल स्वास्थ्य कार्यक्रम आयोजित कर वृहद स्तर पर जानकारी दी जाएगी। इस अभियान में जिला बेसिक शिक्षा विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग की कार्य योजना रहेगी। इसके अंतर्गत यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य, पोषण, गैर संचारी रोग, मानसिक स्वास्थ्य, हिंसा एवं चोट मादक द्रव्य से बचाव पर आधारित विभिन्न गतिविधियों के जरिए किशोर किशोरियों को जागरूक किया जाएगा।
राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. यू सी वर्मा ने बताया कि इस सप्ताह में स्कूलों में जाकर स्वास्थ्य विभाग से राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम एनीमिया की जांच करेगी एवं विद्यालयों के अध्यापकों द्वारा आईएफए टेबलेट वितरित किया जायेगा और जांच के बाद हर बच्चे की शारीरिक स्थिति का रिकॉर्ड भी रखा जाएगा। ताकि उसे दुरुस्त करने के लिए भी कार्य किया जा सके।
राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के जनपद सलाहकार चंदन यादव ने कहा कि स्कूल एवं समुदाय में ग्राम प्रधान सरपंच एवं स्थानीय नेताओं तथा सहयोगी विभागों के साथ मिलकर रैली एवं नुक्कड़ नाटक इत्यादि के माध्यम से स्वस्थ जीवनशैली एवं पोषण की महत्त्व का प्रचार-प्रसार किया जायेगा। उन्होंने बताया कि जिले में कायमगंज ब्लॉक में 345 किशोरियां, मोहम्मदाबाद में 523 और नवाबगंज ब्लॉक में 655 किशोरियां स्कूल न जाने वाली हैं जिनको आंगनवाड़ी केंद्रो के माध्यम से आईएफए की टेबलेट वितरित की जाएगी जिससे उनके शरीर में होने वाली रक्त की कमी को पूरा किया जा सके l
सीएचसी कायमगंज में ब्लॉक समन्वयक किशोर स्वास्थ्य के पद पर तैनात हेमलता ने बताया कि गुरुवार को सीएचसी कायमगंज में 10 किशोर किशोरियों के स्वास्थ्य की जांच की गई जिसमें से 1 किशोर किशोरी में खून की कमी और एक की बीएमआई कम मिली जिससे उन्हें आईएफए की टेबलेट दी गई एवं उन किशोर किशोरियों को पोषण संबंधी आवश्यक जानकारी (जैसे हरी सब्जियों का सेवन, मौसमी फल खाने) भी उपलब्ध कराई गई ।
एनीमिया का कारण:
•शरीर की आयरन की मांग बढ़ाना।
•भोजन पदार्थों में आयरन की कमी।
•शरीर द्वारा आयरन का कम अवशोषण होना।
•किशोरियों में महावारी के दौरान अधिक रक्तस्राव होना।
•पेट में कीड़े होना।