कोरोना वायरस के बाद भारत में हुए लॉकडाउन के चलते जिस तरीके से पूरे देश भर में अफरा तफरी का माहोल बन चुका है जिसके कारण गरीब बेसहारा लोग अपने-अपने घर पलायन करने को मजबूर हो चुके हैं जिसके चलते सभी युपी, बिहार , हरियाणा में रहने वाले लोग दिल्ली से निकल कर अपने- अपने घर पैदल जा रहे हैं जिसके चलते उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य परिवहन को चलाने का फैसला लिया है जिससे पैदल जाने वाले लोग अपने घर तक सही सलामत अपनी मंजिल तक पहुंच सके अब ऐसे में उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग के अधिकारी किस कदर से जनता और अपने कर्मचारियों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं ना ही इन्हें इस समय इस भयंकर बीमारी का भय और सरकार के आदेशों का जब प्रताप टुडे न्यूज़ की टीम ने ग्राउंड जीरो पर जाकर जब इसकी पड़ताल की तो ना तो दफ्तर में एआरएम साहब मौजूद रहे ना ही कर्मचारियों के लिए माक्स व सैनिटाइजर की व्यवस्था है और ना ही बसों में साफ-सफाई है और ना ही बसों में सैनिटाइजर का छिड़काव किया गया है अब ऐसे में अगर किसी यात्री या कर्मचारी के साथ इस महामारी की बीमारी लगती है तो उसका जिम्मेदार आखिर कौन होगा