एटा राज्य महिला आयोग उ0प्र0 की सदस्य श्रीमती रामसखी कठेरिया ने कहा कि राज्य महिला आयोग द्वारा प्रदेश में महिला उत्पीडन की रोकथाम, पीड़ित महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाने तथा आवेदकों की सुविधा की दृष्टि से जिला स्तर पर महिला उत्पीड़न के मामलों हेतु जनसुनवाई की व्यवस्था की गई है। शासन का प्रयास है कि महिलाओं को किसी भी प्रकार की समस्या न हो, उनकी सुनवाई प्राथमिकता के आधार पर प्रत्येक थाने में की जाए।
महिला आयोग की सदस्य श्रीमती रामसखी कठेरिया ने बुधवार को एटा जिले के पीडब्लूडी निरीक्षण भवन में पहुंचकर महिला उत्पीड़न के मामलों की सुनवाई की। उन्होंने कहा कि शासन महिला उत्पीड़न के मामलों में बेहद संवेदनशील है, महिला उत्पीडन के मामलों में दोषी लोगों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करने और पीडित महिलाओं को राहत पहुंचाने के लिये अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं। महिलाओं को जागरूक करने के उद्देश्य से शासन के महत्वपूर्ण निर्णयों एवं योजनाओं का जिले में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। इसके साथ ही संबंधित अधिकारियों द्वारा महिला उत्पीडन के मामलों में समय से प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए, जिससे जिलेभर की महिलाओं को न्याय मिल सके।
महिला आयोग की सदस्य रामसखी कठेरिया के समक्ष प्रियंका गुप्ता निवासी सिंधी कालौनी थाना कोतवाली नगर, रविया बेगम निवासी पंजाबपुरा थाना कोतवाली नगर, विशुना देवी, सरला निवासी ग्राम कमसान थाना कोतवाली देहात सहित दर्जनों महिलाओं द्वारा अपनी समस्या से अवगत कराया। जिस पर सदस्या ने अतिशीघ्र कार्यवाही हेतु थानाध्यक्ष एवं अन्य अधिकारियों, कर्मचारियों को निर्देश दिए। प्रोबेशन अधिकारी अबुल कलाम ने बताया कि जुलाई माह में रोस्टर के अनुसार जिले के 125 विद्यालयों में महिला जागरूकता कार्यक्रमां का आयोजन किया जा रहा है, जिसके तहत प्रतिदिन 4 विद्यालयों को चिन्हित किया गया है। इस अवसर पर एसडीएम नन्दलाल सिंह, एएसडीएम अबुल कलाम, बाल संरक्षण अधिकारी सुखवीर सिंह, क्षेत्राधिकारी देव आनन्द, महिला थानाध्यक्ष कंचन कटियार आदि मौजूद थे।