अलीगढ़ – यदि जल बचाना है तो पाइपलाइन की व्यवस्था तंदरुस्त जल विभाग को, जहां जहां पानी की टँकी का पानी जाता है और जिस पाइप के माध्यम से जाता है कम से कम वो तो सही होनी चाइये क्योंकि शुरू में जो गन्दा पानी आता है उसको लगभग 100 घरों के लोग 5 बाल्टी पानी बहा देते है यानी 500 बाल्टी पानी व्यर्थ यदि एक बाल्टी 10 लीटर की मतलब 5000 ltr पानी बर्बाद और वो भी 1 दिन में ये पानी साफ होते हुए भी व्यर्थ हो जाता है क्यों कि ये गंदा हो जाता है नाली और नालों का पानी इसमें घुल जाता है और ये पानी किसी काम का नही रह जाता। लक्ष्मी पुरी निवासी शरद शर्मा का कहना है कि कुछ जगह पाइपलाइन ठीक होती है तो उस लाइन को ठीक करने के लिए किए गए गड्ढे को वहां के रहने वाले लोगो को द्वारा भरना पड़ता है। ऑनलाइन शिकायत करने से कोई लाभ नही पहुँचा है अभी तक। सराय हकीम निवासी विशाल देशभक्त ने बताया कि लगभग पिछले 3 माह से सराय हकीम में नगर निगम की टंकियों से दूषित जल आ रहा है। जिससे नगर के लोगों को बहुत समस्या आ रही है और नगर में काफी संख्या में लोग बीमार भी हो गए हैं डर है दूषित जल का सेवन करने से कहीं महामारी जैसी स्थिति नगर में न फैल जाए। कहीं कहीं अवैध तरीके से चल रहे सबमर्सिबल पर रोक लगे, क्योंकि ये लोग पानी को लेकर जागरूक नही है वादे, योजना इन सब से अलग हट के सीधा निशाने पे काम हो।