अलीगढ़ झारखंड में मोब लिंचिंग की घटना के बाद अलीगढ़ में एक युवक ने अपने साथ मोब लिंचिंग होने का वीडियो सोशल मीडिया पर डालकर पुलिस प्रशासन में हड़कंप मचा दिया, पीड़ित युवक की तहरीर पर पुलिस मामले की जांच में जुटी है।अलीगढ़ के तालिब नगर, कासिमपुर पावर हाउस के रहने वाले हाफिज़ मोहम्मद फरमान नियाज़ी उर्फ मुजीबुर्रहमान ने सोशल मीडिया पर अपना एक वीडियो वायरल किया है, जिसमे मोब लिंचिंग की घटना होने की बात कही गई है, पीड़ित युवक का कहना है कि वह बरेली के ख्वाजा क़ुतुब इलाके के मदरसा ख़ानक़ाह आलिया नियाज़िया अज़ीज़ुल उलूम में पढ़ता है, और अपनी पढ़ाई के लिए अलीगढ़ से बरेली पैसेंजर में सफ़र कर रहा था तभी राजघाट नरौरा स्टेशन के पास कुछ लोग ट्रेन में आये और धार्मिक गालियों के साथ मारपीट करने लगे फिर टोपी को सर से उतारकर ट्रेन से बाहर फेंक दिया उसके बाद मारपीट कर मेरे कपड़े फाड़ दिए, चश्मा तोड़ दिया और मार मारकर बेहोश कर दिया, जब होश आया तो दूसरे दिन खैर क्षेत्र में एक गांव के पास जंगल में पड़ा था, लोगों ने आधार कार्ड की मदद से अलीगढ़ की बस में मुझे बैठा दिया, फिलहाल हाफ़िज़ फरमान को उसके मदरसे भिजवा दिया है, मामले में पीड़ित युवक ने जवां थाने में तहरीर देकर कार्यवाही की मांग की है, मामले के बाद अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों को मोब लिंचिंग का डर सताने लगा है, छात्र ट्रेन या बसों से सफर करने में कतरा रहे है, एएमयू के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष फैजुल हसन ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए देश में समुदाय विशेष के लोगों को जातिगत और वेशभूषा के आधार पर टारगेट किये जाने पर चिंता जताई है, वही एसपी सिटी अभिषेक कुमार ने मामले को लेकर बताया की पीड़ित युवक की तहरीर के आधार पर कार्यवाही की जाएगी बड़ा सवाल ये है कि आखिर युवक जब ट्रेन से बरेली जा रहा था तो अलीगढ़ के खैर इलाके तक कैसे पहुंचा, ये बेहद ही गंभीर विषय है पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।