विश्व टीबी दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी अलीगढ़ चंद्रभूषण सिंह के निर्देश पर आज जिला क्षय रोग केंद्र द्वारा एक संगोष्ठी का आयोजन सभागार मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय अलीगढ में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एमएल अग्रवाल की अध्यक्षता में हुआ जहाँ आईएमए पदाधिकारियों के अलावा जिला क्षय रोग केंद्र का स्टाफ मौजूद रहा जहां आईएमए सचिव डॉ संजीव वार्ष्णेय, कोषाध्यक्ष डॉ भरत वार्ष्णेय ,डॉ दिनेश गुप्ता,डॉ अनुराग,डॉ ऐ के गुप्ता,डॉ जीपी वार्ष्णेय,डॉ आयुष,डॉ विभव वार्ष्णेय डॉ पवन वार्ष्णेय,के सभी सदस्यों ने भाग लिया ,सीएमओ डॉ अग्रवाल द्वारा बताया गया कि इस बार प्राइवेट डॉक्टर्स द्वारा पहले त्रैमास 2019 में 1500 का नोटिफिकेशन करवाने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद साथ जीत का भी धन्यवाद ज्ञापित किया गया स्पीकर जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ अनुपम भाष्कर ने कहा कि पहले प्राइवेट डॉक्टर के यहां से नोटिफिकेशन नही आ पाता है लेकिन पिछले कई सालों से अब अच्छा नोटिफिकेसन आ रहा है जिसके लिए आईएमए बधाई का पात्र है और उम्मीद जताई कि आगे भी आईएमए नोटिफिकेशन के लिये सहयोग करेगा इसके साथ ही अगर किसी डॉक्टर को लगता है कि मरीज को टीबी है लेकिन कही किसी रिपोर्ट में नही आया फिर भी क्लीनिकल डायग्नोज से भी मरीज का इलाज शुरू कर सकते हैं एवं सभी मरीजों को निक्षय पोषण योजना के तहत 500 रुपये प्रतिमाह इलाज के दौरान दिए जाएँगे,साथ ही आगे बताया कि डीबीटी के तहत पब्लिक सेक्टर के 5163 एवं निजी क्षेत्रों के 644 मरीजों कुल 7943 में से 5807 मरीजों को को पोषण राशि दी जा चुकी है आईएमए अध्यक्ष डॉ संजीव कुमार ने कहा कि आईएमए एन्ड टीबी प्रोग्राम चला रहा है जिसके तहत 2025 तक टीबी को खत्म करने में पूरा सहयोग करेगा,डॉ वाई के देवेदी ने कहा कि एमडीआर मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ रही है जो कि देश के लिए चिंताजनक है,जिला कार्यक्रम समन्वयक सतेंद्र कुमार ने बताया कि अलीगढ़ जिले में तीन सीबी नाट मशीन सक्रिय हैं जो क्रमश डीटीसी जिला मलखान सिंह अस्पताल ,दीनदयाल सयुंक्त अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज में लगी हुई है जिसके तहत अब हरेक मरीज चाहें वो सरकारी क्षेत्र से हो या प्राइवेट को टीबी निकलने पर उस टीबी मरीज की जांच सीबी नाट से होगी ताकि समय से ये पता चल सके कि कही वह रोगी ड्रग रेसिस्ट टीबी से पीड़ित तो नही,ज्यादा से ज्यादा प्रचार और जागरूकता करने का मकसद जागरूकता फैलाना है ताकि सभी को टीबी के लक्षणों के बारे में जागरूकता हो और उम्मीद है साथ अब प्रत्येक मरीज को 500 रुपये प्रतिमाह (जब उस मरीज का इलाज चलेगा ) मिलेंगे। डॉ रोहित वार्ष्णेय ने जीत प्रोजेक्ट द्वारा किये गए कार्यो की प्रशंसा की इस मौके पर प्रजापति ब्रह्मा कुमारी ईश्वरी विश्वविधालय से ब्रह्माकुमारी प्रीति बहन एवं नीरज बहन ने बताया कि टीबी जैसे बहुत से रोग का इलाज मैडिटेशन से हो सकता है जिसके लिए हमारे सेन्टर पर आकर प्रिशिक्षण निःशुल्क दिया जाता है,संगोष्ठी में डीपीपीएम कॉर्डिनेटर पीयूष अग्रवाल, डेविड, महेंद्र पाल सिंह,मनोज कुमार,मनोज शर्मा,दुर्गेश,राहुल,भुवनेश,गिरीश,जितेंद्र,वैभव जीत प्रोजेक्ट से फील्ड ऑफिसर सुशील भारद्वाज एवं अवनीश सक्सेना आदि लोग उपस्थित रहे है
प्रधान संपादक
अजय प्रताप चौहान
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