अन्नू सोनी की रिपोर्ट
मथुरा । जनपद मथुरा में धौली प्याऊ बृज मेला उतस्व में जागरण पहल संस्था की टीम द्वारा डायरिया से बचाव के लिए हर शिविर आयोजित कर जागरूक किया। रेकिट इंडिया और जागरण पहल के सयुंक्त तत्वाधान में संचालित परियोजना” डेटाल बनेगा स्वस्थ इंडिया ” डायरिया नेट जीरो कार्यक्रम के अंतर्गत बड़े पैमाने पर विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से समुदाय को डायरिया के प्रबंधन के बारे में जागरूक किया गया। इस अभियान के तहत डब्ल्यू. एच.ओ.के सात सूत्रों की विस्तार से जानकारी दी। जागरण पहल स्टेट मेनेजर ओम जट्ट द्वारा स्टॉल पर विजिट की व लोगों को बताया कि हाथों की डेटॉल साबुन से अच्छी तरह धोएं व डब्ल्यूएचओ के सात सूत्रों को अपनाएं बच्चों को डायरिया से बचाएं। स्टेट मेनेजर व जिला समन्वयक ने ने मथुरा सांसद हेमा मालिनी जी से मुलाक़ात कर अपनी संस्था व जागरण पहल प्रोजेक्ट के बारे में विस्तार से बताया।
जिला समन्वयक निदा खानम ने बताया कि बृज मेला उतस्व में ग्यारह दिवसीय शिविर आयोजित किया गया। जिसमें जागरण पहल टीम द्वारा डायरिया से जागरूक करने के लिए टीम द्वारा 0 से पांच वर्ष के बच्चों में डायरिया से होने वाली मृत्यु व डायरिया से बचाव की जानकारी दी। महिलाओं को दस्त प्रबंधन के बारे में समझाया। डायरीया से बचाव के लिए साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें। डेटॉल साबुन से हाथ धोएं, सुरक्षित स्वछ पेजल, सुलभ शौचालय, केवल स्तनपान, टीकाकरण व ज़िंक टेबलेट और ओ आर एस घोल के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अगर हम बचाव को अपनाएंगे तो उपचार तक नहीं पहुंचेंगे। जागरण पहल टीम ने लोगों को डेटॉल साबुन व आईसी मेटेरियल वितरित किया।
गुलाबी दीदी पूजा चौहान व शालिनी चौहान ने हाथ धोने के लिए सुमन-के हाथ धोने के प्रयोग बताते हुए एस- सीधा, यू- उल्टा, एम- मुट्ठी, ए- अंगूठा एन- नाखून और के- कलाई के बारे में समझाया गया। इसके बाद उन्हें सबसे पहले कलाई, फिर हाथ की उलटी तरफ, फिर मुट्ठी, उसके बाद अंगूठा, फिर नाखून और अंत में फिर कलाई को साफ करना सिखाया गया। व बताया कि हाथ धोकर पोंछे नहीं हाथ धोने के बाद उसे हवा में ही सुखाएं।
साथ ही घरों व आसपास सफाई रखने के महत्व के बारे में भी जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि बार-बार हाथों को 20 सेकेंड तक साबुन और पानी से धोना है। साथ ही खाना बनाने से पहले, खाने से पहले, बच्चों को खाना खिलाने से पहले, स्तनपान से पहले, मल निपटाने के बाद, शौच के बाद हाथों कचरा निपटान, पालतू जानवरों को छूने व चारा डालने के बाद हाथों को जरूर धोना चाहिए । कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य विभाग व लाभार्थी मौजूद रहे।