संजय सोनी की रिपोर्ट
अलीगढ़। शूरवीर महाराणा प्रताप द ग्रेट की पुण्यतिथि के अवसर पर राष्ट्रवादी विद्यालय “सैनी जिशांत परिवर्तन पब्लिक स्कूल” अलीगढ़ में बच्चों सहित राष्ट्रवादी शिक्षक नरेश सैनी क्रांतिकारी ने उनके चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजली अर्पित की। शिक्षक नरेश क्रांतिकारी ने बच्चों को महाराणा प्रताप जी के जीवन पर आधारित एक लघु फिल्म दिखाई। बच्चों को बताया कि किस तरह 7.5 फीट ऊंचे कद के बलशाली महाराणा के सामने आने से अकबर नाम का मुगल अक्रांता थर थर कांपता था।
उन्होंने बच्चों को बताया कि शूरवीर महाराणा का स्वयं का वजन 110 किलोग्राम था किंतु उनकी भुजाओं में इतनी शक्ति थी कि 80 किलो के भाले के साथ शत्रु की सेना का संहार कर देते थे। उनके कवच,तलवार,भाले और मुकुट आदि का कुल वजन लगभग 208 किलोग्राम का था।
उन्होंने बच्चों को बताया कि आप सभी का जन्म भी उसी वीर भूमि भारत भूमि में हुआ है जिस पर महाबली, महापराक्रमी महाराणा प्रताप द ग्रेट का जन्म हुआ था इसलिए आप सभी भी जीवन में वीरता के ही कार्य करना, कभी किसी अन्याय के सामने सर मत झुकाना।
वीर महाराणा प्रताप ने जंगल में रहकर घास की रोटी खाना स्वीकार कर लिया था लेकिन कभी भी अपने से अत्यंत विशाल सेना के आका अकबर के सामने घुटने नहीं टेके। बच्चों को महाराणा प्रताप जी की इन वीरता भरी बातों को सुनकर बहुत आनंद आया साथ ही सभी बच्चों में एक राष्ट्रवादी जोश का संचार होता हुआ साफ नजर आ रहा था। अंत में विद्यालय का संपूर्ण प्रांगण शूरवीर महाराणा प्रताप द ग्रेट के जयकारों से गूंज उठा।