जनपद में 108 व 102 की 81 एम्बुलेंस संचालित – सीएमओ
रेनू शर्मा की रिपोर्ट
बुलंदशहर : जनपद में संचालित 102 व 108 नंबर की एंबुलेंस सेवाएं मरीजों के लिए कारगर साबित हो रही हैं। एंबुलेंस पर तैनात प्रशिक्षित कर्मचारी न केवल मरीजों को प्राथमिक उपचार देकर निकटवर्ती सरकारी अस्पतालों तक पहुंचा रहे हैं बल्कि जरूरत पड़ने पर गर्भवती का प्रसव कराकर जच्चा-बच्चा को नया जीवन भी दे रहे हैं। किसी भी समय यह सेवा लोगों को 20 से 25 मिनट में उपलब्ध हो जाती है। जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। एक फोन करने पर तुरन्त यह सेवा उपलब्ध हो जाती हैं और पीड़ित को समय से जिला अस्पताल या अन्य स्वास्थ्य केन्द्रों पर पहुंचा दिया जाता है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. विनय कुमार सिंह ने बताया जनपद में 108-102 की कुल 81 एम्बुलेंस संचालित हैं, जो हर रोज बड़ी संख्या में मरीजों को अस्पताल में भर्ती करा रही हैं। यह एंबुलेंस जरूरतमंद लोगों के लिए जीवन दायिनी साबित हो रहीं हैं। एंबुलेंस में ऑक्सीजन से लेकर प्राथमिक उपचार की तमाम दवा व सुविधाएंउपलब्ध हैं। यही नहीं अगर किसी महिला को अस्पताल ले जाते समय प्रसव पीड़ा शुरू होती हैतो एंबुलेंस संचालक तत्काल अपनी सेवा देते हुए सुरक्षित प्रसव भी कराते हैं। एंबुलेंस सेवा जच्चा-बच्चा को तो सुरक्षा दे रही है वहीं दुर्घटना में घायल लोगों को समय से इलाज मुहैया कराकर उनकी जान भी बचा रही है।
एंबुलेंस में हुआ प्रसव
जनपद के गांव नगला कोठी निवासी प्रमोद कुमार की पत्नी लक्ष्मी को प्रसव पीड़ा होने पर एम्बुलेंस 108 के टोल फ्री नम्बर पर कॉल किया गया। लक्ष्मी को रास्ते में ही प्रसव पीड़ा बढ़ गयी तो चालक मुनेंद्र पाल ने एंबुलेंस को सड़क किनारे खड़ी करके अपने ईएमटी भुवनेश कुमार के सहयोग से सकुशल प्रसव कराया। महिला के पति ने एम्बुलेंस कर्मियों के कार्य की सराहना करते हुए उनका शुक्रिया अदा किया।
एंबुलेंस में उपलब्ध मेडिकल सुविधाएं
जिला प्रभारी योगेंद्र कुमार ने बताया एंबुलेंस में मरीज के लिए प्रारंभिक उपचार की व्यवस्था होती है। जरूरी दवाके साथ ब्लड प्रेशर जांच की मशीन, आला, आक्सीजन के दो सिलेंडर, एंबू बैग, स्ट्रेचर समेत कई अन्य उपकरण भी रहते हैं। रास्ते में मदद के लिए प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी उनका इलाज भी करते हैं। एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस में प्राथमिक उपचार, स्टेचर, ट्रैक्शन डिवाइस, कार्डियक मॉनीटर, बीपी मॉनीटर की सुविधा के साथऑक्सीजन मशीनों का जानकार भी एंबुलेंस में रहता है। उन्होंने बताया एंबुलेंस में फिटनेस टायर की स्थिति, इंजन की स्थिति आदि से संबंधित हर माह फिजिकल रिपोर्ट भेजी जाती है। यदि इन गाडियों में कोई समस्या होती है । तो इसका तत्काल समाधान कराया जाता है।