किसी भी समय विद्युत व्यवस्था चरमरा सकती है
संजय सोनी की रिपोर्ट
अलीगढ़ । ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन के स्वेच्छाचारी, हठधर्मी, नकारात्मक एवं तानाशाही रवैये एवं न्यायोचित समस्याओं / मांगों के समाधान हेतु पूरे प्रदेश में संघर्ष समिति के आहवान पर बिजली कर्मियों के आन्दोलन/जन जागरण दिनांक-10.11.2022 से 28.11.2022 तक प्रदेश के समस्त क्षेत्रों एवं जनपदों में चलाया गया, जिसके तारतम्य में अलीगढ़ जिला सहित पूरे प्रदेश में सांय 05:00 से 06:00 बजे तक 01 घंटे की विरोध सभा की गयी। परन्तु ऊर्जा निगमो के स्वेच्छाधारी, हठकर्मी, नकारात्मक एवं तानाशाही शीर्ष प्रबन्धन द्वारा हमारी मांगों/ समस्याओं का सार्थक निराकरण न किये जाने पर प्रदेश के समस्त जनपदों सहित अलीगढ़ में लालडिग्गी स्थित अधीक्षण अभियंता कार्यालय प्रांगण में (अनिश्चित कालीन कार्य बहिष्कार आन्दोलन) के तीसरे दिन भी आंदोलन जारी रहा ।
जिसकी अध्यक्षता संघर्ष समिति, अलीगढ़ के सह- संयोजक सौरव मंगला एवं कुशल संचालन प्रवीन शाक्य द्वारा किया गया एवं अनिश्वितकालीन कार्य बहिष्कार आन्दोलन में जनपद के समस्त सेवा संगठनों के पदाधिकारीगण एवं संघर्ष समिति के संयोजक एवं सह संयोजकों द्वारा अपने सदस्यों की भारी संख्याओं के साथ प्रतिभाग किया गया। ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन के स्वेच्छाचारी, हठकर्मी, नकारात्मक एवं तानाशाही स्वेच्छाचारी रवैए के विरोध में एवं बिजली कर्मियों के वर्षो से लम्बित न्यायोचित समस्याओं के समाधान हेतु सरकार व प्रबन्धन के ध्यानाकर्षण करने के लिए विद्युत कर्मघारी सयुकत संघर्ष समिति के बैनर तले तमाम घटक श्रम संघों/ सेवा संगठनों द्वारा संयुक्त रूप से लोक तान्त्रिक एवं शांतिपूर्ण तरीके से चलाये जा रहे आन्दोलन को और तेज करते हुए पूरे प्रदेश के बिजली अभियन्ताओं, अवर अभियम्ता एवं बिजली कर्मचारियों द्वारा प्रातः 8:00 बजे से प्रदेशव्यापी अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार किया।
जिसमें बिजली कर्मियों ने जबरदस्त नारेबाजी कर प्रबन्धन के प्रति आक्रोश व्यक्त किया गया । विद्युत कर्मचारी संयुक्त सघर्ष समिति” उप्र के पदाधिकारियों क्षेत्रीय संयोजक अरविंद कुमार निगम, जिला संयोजक प्रवीन शाक्य, जिला संरक्षक राहुल बाबू कटियार, ओपी शर्मा, सुनील सिंह पंकज त्रिपाठी, योगेन्द्र पाण्डेय, पीयूष सारस्वत, सौरब मंगला, अरूण यादव, तक्षक भारद्वाज, प्रदीप चौहान, भगवती प्रसाद, प्रवेश कुमार, भूपेन्द्र रावत, गौरव शर्मा, प्रेम चन्द्र गोला एवं अन्य संगठनों के पदाधिकारी प्रताप सिंह, विक्रम सिंह, संजीव वार्ष्णेय, रेहान अहमद, प्रमोद कुमार, अश्वनी उपाध्याय, नरेन्द्र गुप्ता, नबेद इकवाल, उदल सिंह, बिनोद कुमार, नरेंद्र गुप्ता , वीरभद्र सत्यार्थी, सत्य देव, कैलाश चंद्र, ऐ०के० रूहेला, जी०एस0 कसेरवाल, सेठपाल, अमित कुमार चौधरी, प्रवीन कुमार मौर्या, खालिद हफीज, निशांत कुमार, मौ० इदरीस, ए०पी० सिंह, आर० के०शर्मा, उदल सिह, ओमप्रताप (सेवानिवृत्त) विक्रम सिंह पेंशनर्स एसोसिएशन, विक्रम सिंह ,आरके सिंह, पी0डी0 शर्मा, डी०सी० वार्ष्णय, आर0 के0 कुलश्रेष्ठ, भगवान दास, अधिशासी अभियन्ता, उपखण्ड अधिकारी, सहायक अभियंता, अवर अभियंता, कार्यालय सहायक, लेखाकार, TG-2, विद्युत कर्मचारी, संविदा कार्मिक, कंप्यूटर ओपरटर एवं महिला शक्ति कर्मचारियों सहित समस्त संगठनों के पदाधिकारी एवं सदस्य आदि उपस्थित रहे।
जिसमे विरोध सभा में उपस्थित रहें पदाधिकारियों ने जारी बयान में बताया कि ऊर्जा निगमो के शीर्ष प्रबन्धन के स्वेच्छाचारी रवैये एव नकारात्मक कार्यप्रणाली के कारण ऊर्जा निगमों को हो रही आर्थिक क्षति को रोकने एवं ऊर्जा निगमों में उत्पन्न किए गए भय के वातावरण को समाप्त कराने हैतु एवं बिजली कर्मियों की वर्षा से लम्बित नयायोचित समस्याओ के समाधान के प्रति प्रबंधन दवारा उपेक्षात्मक व नकारात्मक रवैया अपनाये जाने के कारण कुछ भी सार्थक कार्यवाही न होने से सघर्ष समिति ने सरक्यर व प्रबन्धन के ध्यानाकर्षण हैतु लोकतांत्रिक तरीके से शांतिपूर्ण ढंग से आन्दोलन किए जाने के निर्णय के क्रम में आज प्रदेशव्यापी अनिश्चित कालीन कार्य बहिष्कार किया, जिसमे हजारों बिजली अभियता जूनियर इजीनियर व बिजली कर्मचारी सम्मिलित हुए ।
ऊर्जा निगमों के शौर्ष प्रबन्धन के हठवादी व नकारात्मक रवैये के कारण ही 27 अक्टूबर को दी गयी नोटिस पर सघर्ष समिति से ऊर्जा के शीर्ष प्रबन्धन द्वारा कोई भी सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया है जो बिजलीकर्मियों की समस्याओ के प्रति शीर्ष प्रबंधन की उदासीनता दर्शाता है। जिससे आक्रोशित संघर्ष समिति के पदाधिकारियों द्वारा आंदोलन तीव्र करने का आह्वान किया और संकल्प लिया कि यदि शीर्ष प्रबंधन अपनी हठधारिता नहीं छोड़ता है तो आगामी दिनों में कभी भी अनिश्चितकालीन पूर्ण कार्य बहिष्कार (हड़ताल) किया जाएगा । प्रेस के माध्यम से विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने मा. मुख्यमंत्री जी से हस्तक्षेप कर टकराव खत्म करवाने की कृपा करें।