श्री वार्ष्णेय मंदिर में धीरज बावरा जी महाराज के मुखारविंद से चल रही है अमृत वर्षा
संजय सोनी की रिपोर्ट
अलीगढ़ । श्री वार्ष्णेय मंदिर में पूज्य वैष्णवाचार्य धीरज बावरा जी महाराज के श्री मुख से श्रीमद् भागवत कथा की अमृत वर्षा निरंतर चल रही है । श्री वार्ष्णेय मंदिर के प्रवक्ता भुवनेश वार्ष्णेय आधुनिक के अनुसार भगवान श्री श्यामा श्याम जी (युगल सरकार ) की अनन्य भक्त गोलोक वासी श्रीमती शांति देवी की पुण्य स्मृति में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के तृतीय दिवस भक्तों ने बड़े ही भक्ति भाव से श्री मद भागवत कथा का श्रवण किया ।
पूज्य वैष्णवाचार्य धीरज बाबरा जी महाराज ने जड़ भरत चरित्र , भक्त अजामिल एवम भक्त प्रहलाद चरित्र का बहुत ही भावपूर्ण रूप से वर्णन किया । कथा व्यास जी ने कहा कि आसक्ति ही बंधन का कारण बनती है और बार बार संसार के आवागमन में फंसाती है , मृग आसक्ति के कारण कैसे भरत जी को मृग बनना पड़ा हम सब जानते ही हैं । अजामिल प्रसंग सुनाते हुए यह संदेश दिया गया कि भगवान का नाम हर प्रकार से लाभ देने वाला है ।
जिस प्रकार से गर्म कोयले पर पैर पड़ने से वह जला देता है चाहे पैर अनजाने में रखा गया हो , ठीक उसी प्रकार से भगवान का स्वभाव जीव मात्र का कल्याण करना है चाहे नाम जान कर लिया जाय या अनजाने में और जब भावना ऐसी प्रबल हो जाए कि प्रत्येक प्राणी मात्र में भगवान का दर्शन होने लगे तो श्रीमन्नारायण स्वयं नरसिंह रूप में प्रकट होकर अपने भक्त की रक्षा करते है ।
श्री वार्ष्णेय मंदिर के प्रवक्ता भुवनेश वार्ष्णेय आधुनिक के अनुसार 24 नवंबर 2022 दिन गुरुवार को दोपहर 2 बजे से भागवत कथा में वामन अवतार , श्री राम चरित्र एवम श्री कृष्ण जन्मोत्सव का वर्णन किया जाएगा । भागवत कथा में मुख्य रूप से मुख्य आयोजक लाला बद्री प्रसाद गुप्त , राधेश्याम गुप्ता स्क्रैप वाले , अंजू गुप्ता , विनोद गुप्ता , मेघा गुप्ता , सुरेंद्र गुप्ता , ओम प्रकाश गुप्ता , पंडित ओम प्रकाश शर्मा , राजेंद्र कातिब , भुवनेश् वार्ष्णेय आधुनिक , चिन्मय गुप्ता , रुचि गुप्ता , नेहा गुप्ता , गीता वर्मा , अनमोल , अनंत , पंडित मनोज मिश्र , गिरीश वार्ष्णेय , बंटी विशाल जैसवाल सहित सैकड़ों की संख्या में भक्त उपस्थित रहे ।