निमोनिया से बचाव के लिए पीसीवी वैक्सीन ज़रूर लगवाएं : जिला प्रतिरक्षण अधिकारी
संजय सोनी की रिपोर्ट
कासगंज। सर्दी के मौसम में बच्चों के छींकने या खांसने से फैलने वाला निमोनिया एक संक्रामक बीमारी है । जिसका खतरा पांच वर्ष से कम आयु के कुपोषित बच्चों में अधिक रहता है । शिशु मृत्यु दर में कमी करने के लिए बच्चों को निमोनिया से बचाना ज़रूरी है, क्योंकि दुनियाभर में 15 प्रतिशत बच्चों की मृत्यु निमोनिया की वजह से होती है । हालाँकि अक्टूबर माह से अब तक जिला अस्पताल में निमोनिया का एक ही मरीज़ आया है,यह कहना मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अवध किशोर प्रसाद का ।
एसीएमओ व बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. के सी जोशी ने बताया कि सर्दियों के मौसम में बच्चों को निमोनिया होने की संभावना अधिक रहती है, निमोनिया से बचाव के लिए बच्चों को ठंड से बचाकर रखें । पूरी आस्तीन के गरम कपड़े पहनाए, सर और पैर ढककर रखें, ठंडी चीज़ों का सेवन से बचाए | 6 माह तक के शिशुओ को सिर्फ स्तनपान और उससेे बड़े बच्चों को पर्याप्त पोषण दें ।
डॉ के सी जोशी ने बताया कि यदि शिशु में कंपकपी के साथ बुखार हो, सीने में दर्द या बेचैनी, उल्टी, सांस लेने में दिक्कत, गाढ़े भूरे बलगम के साथ तीव्र खांसी या खांसी में खून, भूख न लगना, कमजोरी, होठों में नीलापन जैसे कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत ही अपने नज़दीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर चिकित्सक से सलाह लें, चिकित्स्क की बिना सलाह के दवा लेना घातक हो सकता है ।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. अंजुश सिंह ने बताया कि निमोनिया से बचाव के लिए नियमित टीकाकरण के अंतर्गत सभी स्वास्थ्य केंद्रों व हर बुधवार शनिवार को टीकाकरण किया जाता है ।अपने बच्चे को निमोनिया से बचाव के लिए पीसीवी का टीका जरूर लगवाएं, पीसीवी वैक्सीन डेढ़ माह, ढाई माह, साढ़े तीन माह पर लगायी जाती है ।