जिले की 1498 आशा कार्यकर्ता हुई ई कवच से लैस
नीरज जैन की रिपोर्ट
फर्रुखाबाद । आशा कार्यकर्ता के कार्य को अब ऑनलाइन देखा जा सकेगा। ई कवच एप पर उनके कार्यों की पूरी प्रगति रहेगी। इसके लिए आशा बहुओं को ई कवच एप पर गर्भवती के पंजीकरण, टीकाकरण आदि सभी कार्यों की नियमित फीडिग क्षेत्र से ही करेंगी। आशा कार्यकर्ताओं को इसके लिए गुरुवार को ज़िले के सभी सीएचसी, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर प्रशिक्षण दिया गया।
इसी क्रम में सीएचसी बरौन में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर अजमतपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी गौरव सक्सेना ने प्रशिक्षण दिया । इस दौरान सीएचसी बरोंन के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ राणा प्रताप सिंह, बीपीएम पारुल, बीसीपीएम विनीता और आशा कार्यकर्ता और आशा संगिनी मौजूद रहीं l
इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अवनीन्द्र कुमार ने बताया कि आशा बहुओं के हर कार्य पर अब शासन की सीधी नजर रहेगी। जिला से लेकर दिल्ली व लखनऊ तक के अधिकारी कहीं से भी ई कवच एप से आशा बहू के कार्यों की प्रगति को देख सकेंगे। इससे आशा बहुओं के कार्यों की कागजी रिपोर्ट पर भी अंकुश लगेगी। आशा और एएनएम को अब इसी एप पर बच्चों व गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण का ब्योरा अपलोड करना होगा।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी और ई कवच पोर्टल के नोडल डॉ दलवीर सिंह ने बताया कि इससे आशा बहुओं को फील्ड से ही आन लाइन फीडिग करने में आसानी रहेगी। एसीएमओ डॉ सिंह ने बताया कि आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर घर जाकर रिपोर्ट तैयार करती हैं। अब उन्हें पेन कागज से छुटकारा मिल जाएगा।
उन्होंने बताया कि आनलाइन रिपोर्टिंग के लिए आशा और एएनएम को मोबाइल दिए गए हैं। वह मोबाइल के जरिए गर्भवती महिलाओं व बच्चों के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी को ई कवच एप पर अपलोड करेंगी। इससे महिलाओं व बच्चों की सेहत की सटीक जानकारी मिल सकेगी। बच्चों व महिलाओं को कौन सा टीका लगा है । और कौन सा टीका लगना बाकी है इसकी भी जानकारी मिल सकेगी।
डीसीपीएम रणविजय प्रताप सिंह ने बताया कि 3 अक्टूबर को 656 आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया गया था। शेष 842 आशा कार्यकर्ताओं को सीएचसी और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर सामूदायिक स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा दिया गया । डीसीपीएम ने बताया कि इस पोर्टल के माध्यम से आशा कार्यकर्ता अब ऑनलाइन विलेज हेल्थ इंडक्सन रजिस्टर भरेगी इसके लिए इनको गृह भ्रमण करना होगा तभी सही जानकारी भर सकेंगी ।