ठाकुर धर्म सिह ब्रजवासी की रिपोर्ट
वृन्दावन । प्रेम गली-वनखंडी क्षेत्र स्थित मां अन्नपूर्णा देवी मंदिर में प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी शारदीय नवरात्रि महोत्सव के अवसर पर मां का पूजन अर्चन वैदिक मन्त्रों के द्वारा किया जा रहा है।नित्यप्रति प्रतिपदा से लेकर नवमी तक दुर्गा सप्तशती पाठ एवं हवन आदि के कार्यक्रम होते रहेंगे।अष्टमी को मां अन्नपूर्णा देवी का भव्य फूल बंगला सजाकर उनकी विशेष आरती की जाएगी।
मन्दिर के सेवायत पंडित बिहारीलाल वशिष्ठ ने बताया कि अन्नपूर्णा देवी मन्दिर में प्रतिवर्ष शारदीय नवरात्रि एवं चैत्र मास की नवरात्रि पर नियमित दुर्गा सप्तशती पाठ निरन्तर होते चले आ रहे हैं।जो भक्त सच्चे मन से मां आराधना करता है,उन सभी की मनोकामनाएं निश्चित ही पूर्ण होती हैं।
वरिष्ठ साहित्यकार व आध्यात्मिक पत्रकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने कहा कि मां अन्नपूर्णा देवी की प्रतिमा की स्थापना पंडित बिहारीलाल वशिष्ठ की दादी मां स्व. श्रीमती भगवती देवी ने की थी।जो कि अत्यंत धर्म परायण व भक्तिमती महिला थीं।इस मन्दिर की सेवा पूजा आज भी उनके परिवारिजनों के द्वारा अत्यंत विधि विधान से की जाती है।
प्रमुख समाजसेवी पंडित श्रीगोपाल वशिष्ठ एवं युवा साहित्यकार डॉ. राधाकांत शर्मा ने कहा कि मां अन्नपूर्णा देवी की प्रतिमा अत्यंत प्राचीन व चमत्कारी है।इनके दर्शन करने मात्र से व्यक्ति की सभी मनोकामना पूर्ण होती है। वृन्दावन वासियों की इस मन्दिर के प्रति अत्यंत श्रद्धा व आस्था है। इस अवसर पर देवेश वशिष्ठ, बालो पंडित, वीरेंद्र शर्मा,विष्णुकांत भारद्वाज ब्रजवासी भैया,श्याम नारायण शर्मा,कृष्ण मुरारी शर्मा आदि अनेकों गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।