अन्नू सोनी की रिपोर्ट
एटा। जिले में रविवार से शुरू होने वाले पल्स पोलियो अभियान के बारे में व्यापक प्रचार प्रसार करने एवं अभियान को प्रभावी बनाने के लिए शनिवार को पल्सपोलियो जागरूकता रैली का आयोजन जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल ने कलेक्ट्रेट से हरी झंडी दिखाकर किया। ‘हम हैं पोलियो के सिपाही अब ना होगी पोलियो से तबाही’ ‘बच्चों को बचाना है तो पोलियो ड्रॉप पिलाना है’ आदि नारों के साथ रैली जिला अस्पताल पर संपन्न हुई।
इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में पोलियो के प्रति जागरूकता बनाए रखना आवश्यक है। क्योंकि यदि एक भी बच्चा पोलियो रोधी ड्रॉप से छूटता है, तो सुरक्षा चक्र टूट सकता है। इसलिए शून्य से पांच वर्ष तक के सभी बच्चों के लिए पोलियो देना ड्रॉप बेहद आवश्यक है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. उमेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि 18 सितंबर से प्रारंभ होने वाले पांच दिवसीय अभियान के अंतर्गत जिले के 3.19 लाख से अधिक बच्चों को पोलियो रोधी ड्राप पिलाई जाएगी। अभियान को सफलता के लिए जिले में कुल 572 हाउस टू हाउस टीम, 59 ट्रांजिट बूथ व 14 मोबाइल टीम गठित की गई है। उन्होंने कहा कि पल्स पोलियो के प्रति जनपदवासियों को सजग रहना बेहद जरूरी है। नौनिहाल को दो बूंद जिंदगी की अवश्य पिलाएं।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. राम सिंह ने बताया कि 5 वर्ष तक का कोई भी बच्चा खुराक लेने से वंचित न रह जाए इसके लिए बस स्टैंड, चौराहों, सार्वजनिक स्थानों पर भी दवा पिलाई जाएगी। साथ ही मोबाइल टीमें ईट भट्टों, निर्माण कार्य में लगे मजदूर परिवार और घुमंतु परिवार के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाएंगी। उन्होंने बताया कि अक्सर देखा गया है कि मजदूर वर्ग के लोग काम खत्म होने पर जल्दी जल्दी अपना ठिकाना बदल लेते हैं। इसके चलते इनके बच्चे खुराक पीने से छूट जाते हैं। इसलिए मोबाइल टीमों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
इस दौरान एसीएमओ डॉ. ओपी आर्य, डीसीपीएम डॉ. जुबेर खान, यूएनडीपी से प्रवीन त्रिवेदी, यूनिसेफ से आलोक वर्मा, स्काउट मास्टर दयानंद श्रीवास्तव, सैकड़ों की संख्या में विभिन्न विद्यालयों के छात्र छात्राओं, शक्षकों, स्काउट शिक्षकों के द्वारा रैली में प्रतिभाग किया गया ।