सन्तो व संस्थाओं ने किया अयोध्या आगमन पर डॉ उपेन्द्रमणि का स्वागत
अनुराग पांडेय की रिपोर्ट
अयोध्या । उपचार से बेहतर बचाव , रोगी होने से बेहतर जागरूक होना है और इसी साधना में लगे रहे अयोध्या के वरिष्ठ होम्योपैथी चिकित्सक व आरोग्य भारती अवध प्रान्त के सहसचिव डॉ उपेन्द्रमणि त्रिपाठी को स्वास्थ्य एवं होम्योपैथी जागरूकता अभियान को ध्यान में रखते हुए अखिल भारतीय प्रतियोगिता में ऑटिज्म एवं होम्योपैथी विषय मे लेखन के लिए दुबई में प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किए जाने के बाद अयोध्या आगमन पर विभिन्न संस्थाओं व सन्तो महंतों ने डॉ उपेन्द्रमणि का स्वागत किया और उन्हें बधाई दी।
सिद्धपीठ नाका हनुमानगढ़ी के महंत रामदास ने डॉ त्रिपाठी का वैदिक पद्धति से स्वागत कर पीठ से जुड़ी उनकी सेवाओं के लिए भी उत्साहवर्धन किया। श्रीराम बल्लभाकुंज के महंत राजकुमारदास ने भी उन्हें बुलाकर अंगवस्त्र व प्रसादम भेंट कर आशीर्वाद देते हुए कहा प्रभु श्रीराम आपकी सेवाओं से आमजनमानस को लाभांवित करें। नरेंद्र देव कृषि विवि के पूर्व अधिष्ठाता प्रो विक्रमा प्रसाद पांडेय व राजीव मणि पाठक ने , व बेदी शुभकार्य सेवा समिति ने रिकाबगंज सेवा केंद्र श्रीराम मंदिर में डॉ त्रिपाठी को माला फूल अंगवस्त्र व स्मृतिचिन्ह भेंट कर डॉ त्रिपाठी की उपलब्धि को जनपद के लिए
गौरव का विषय बताया। नयाघाट के स्वामी राघवेंद्राचार्य, व हनुमानगढ़ी के महंत देवेशाचार्य ने डॉ त्रिपाठी को अंगवस्त्र, श्रीराम नाम पटका देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर बस्ती से पधारे डॉ प्रयागदत्त व बोधगया में पाली भाषा के आचार्य डॉ अनिल कुमार त्रिपाठी ने डॉ उपेंद्र को स्वास्थ्य विषयों को सरलतम रूप में जनोपयोगी जानकारियों के साथ प्रस्तुत करने के कौशल की प्रशंसा करते हुए कहा सहजता सरलता के साथ समाज की सेवा में उपलब्धता डॉ त्रिपाठी के व्यक्तित्व को सबसे अलग करती है।
स्वागत से अविभूत डॉ त्रिपाठी ने बताया उन्हें ऑटिज्म विषय पर हिंदी प्रस्तुति हेतु सम्मानित किया गया किंतु अपने जनपद में मिला रहा स्नेह अमूल्य है।इन दिनों आये दिन हृदयाघात या हृदय से सम्बंधित रोगों की घटनाएं अधिक देखी जा रही हैं। हृदय रोग को पहचानने के लक्षणों में थकान, कमजोरी, गैस, पसीना, बाई तरफ सीने में भारीपन, दर्द, कंधों से होते हुए हाथ की उंगलियों तक जाता है। नब्ज कमजोर पड़ना,पैरों में सूजन आदि पहचान के लक्षण है। कभी यात्रा आदि में ऐसे
अकस्मात की स्थिति में जान बचाने के उपाय के साथ व्यक्ति की जीभ के नीचे कुछ बूंदे ग्लिसरीन टपका दें, अथवा गुड़ खिलाना चाहिए। स्वागत करने वालों में यूथ हॉस्टल के अनूप मल्होत्रा, सपना फाउंडेशन की डॉ स्वदेश मल्होत्रा, अशोक मारवाह, श्याम भल्ला, हरि चतुर्वेदी, श्याम, सतीश, राजेश सेठी, जगदीश, दर्शन लाल, चित्रगुप्त नगर वार्ड के अभिषेक पांडेय नितिन, सर्वज्ञ सिंह, श्याम वर्मा, नवीन पांडेय, आदि उपस्थित रहे।