टीकाकरण ही बीमारी से बचाव का सही उपाय है : डॉ. अब्दुल रहमान
अन्नू सोनी की रिपोर्ट
अलीगढ़ । जनपद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नीरज त्यागी के निर्देश पर ग्रामीण क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं को अच्छी सेवाएं देने के लिए स्वास्थ्य विभाग व चाई संस्था के सहयोग से गुरुवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) छर्रा पर ‘वीएचएनडी’ सत्र के दौरान गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को दी जाने वाली सेवाओं के लिए एएनएम को प्रशिक्षित किया।
प्रशिक्षण के दौरान चाई संस्था के आरआरपीसी विजय गर्ग ने एएनएम को गर्भवती महिलाओं की देखभाल करने एवं बीमारी से बचाव के लिए उपाय बताए। उन्होंने एएनएम को समझाया कि उन्हें शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में छाया वीएचएनडी सत्र पर गर्भवती व धात्री माताओं को टीके के लिए जागरूक करना है। इसके साथ ही उक्त कार्यक्रम की रिकार्डिंग व रिपोर्टिंग सही व प्रभावी ढंग से करनी है।
इस मौके पर सीएचसी छर्रा के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. कुशल पाल सिंह ने कहा कि पोलियो, काली खांसी, हिब रोग, टीबी, टिटनेस, निमोनिया, हेपेटाइटिस बी, गलघोंटू से बचाव हेतु टीकाकरण कराना महत्त्वपूर्ण है। इससे बच्चों के स्वास्थ्य पर किसी प्रकार का कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं होता है।
इस संबंध में ब्लाक कार्यक्रम प्रबंधक लाला राम ने बताया कि छाया वीएचएनडी सत्र पर सात बीमारियों से बचाने के लिए टीके लगाए जाते हैं। जिससे भविष्य में इन सातों रोगों की संभावना लगभग शून्य हो और साथ ही बच्चों में प्रतिरोध क्षमता बनी रहे तथा बीमारी भी न हो।
डब्लूएचओ के एसएमओ डॉ. अब्दुल रहमान ने बताया कि छाया वीएचएनडी सत्र के दौरान गर्भवती व धात्री महिलाओं को दी जाने वाली सेवाओं के लिए नियमित टीकाकरण ही बीमारी से बचाव का सही उपाय है। उन्होने कहा कि गर्भवती महिला टीके की सभी डोज समय से लें। प्रसव पश्चात सेहत का ख्याल रखें और बच्चों को बीमारी से दूर करने में सक्षम हों।
प्रशिक्षण में ब्लाक कार्यक्रम प्रबंधक लाला राम, ब्लाक प्रक्रिया प्रबंधक संजीव कुमार, चाई संस्था के प्रतिनिधि विजय गर्ग एवं यूनीसेफ की बीएमसी सुरेखा रानी तथा डाटा आपरेटर दीपक शर्मा और सभी एएनएम मौजूद रही।