संवाद सहयोगी
अपने उल्टे सीधे और बेतुके बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाने सपा नेता और विधायक आजम खां ने लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी को लेकर भी अटपटा जवाब दिया है।
मुरादाबाद की एमपीएमएलए कोर्ट में छजलैट मामले की सुनवाई पर आए आजम खां ने मीडिया के लोकसभा चुनाव की तैयारी के सवाल पर कहा, अभी तो लंगोटें सिलने के लिए दी हैं, काफी महंगी सिल रही हैं। इसी तरह आजम खां ने मुस्कुराते हुए हर सवाल का अटपटा जवाब दिया।
यूपी विधानसभा चुनाव में हार के बाद सपा टूटती जा रही है। इस सवाल पर आजम खां बोले, भैया तो सीमेंट लाकर दो न जोड़ने वाला। आप तो पार्टी के बड़े शुभचिंतक हैं। क्या ओमप्रकाश को रोकने का प्रयास करेंगे के सवाल पर आजम ने कहा, वो बड़े नेता हैं। मुख्यमंत्री भी बना रहे थे, प्रधानमंत्री भी, लेकिन क्या हुआ आप सभी जानते हैं।
राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग के सवाल पर भड़के
मीडिया के एक सवाल पर सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां भड़क भी गए। सवार राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग पर था। इस पर आजम खां बोले, किसने कहा है कि क्रॉस वोटिंग हुई है। उसको मेरे सामने लेकर आइए, अभी पार्टी से बाहर करवा दूंगा।
लंगोट वाले बयान के क्या हैंं मायने
राजनीतिक गलियारों में आजम खां के लंगोट वाले बयान की खूब चर्चा हो रही है। राजनीतिकार इसके मायने चुनाव के लिए कमर कसने की बात कह रहे हैं। साथ ही खाद्य पदार्थों से लेकर अन्य जरूरी चीजों के महंगे होने की बात कहते हुए आजम खां प्रदेश और केंद्र सरकार को घेरने का प्रयास कर रहे थे।
जानें किस मामले में आए थे कोर्ट
मुरादाबाद के छजलैट थाना क्षेत्र में वर्ष 2008 में हुई घटना के अनुसार आजम खां, उनके पुत्र अब्दुल्ला आजम एक समारोह में परिवार सहित शामिल होने के लिए बिजनौर अपनी कार से जा रहे थे। छजलैट में वाहन चेकिंग के दौरान उनकी कार को रोक लिया गया था।
वाहन के कागजात चेक किये जाने व शीशे पर लगी काली पन्नी हटाने को लेकर आजम खां का वहां मौजूद पुलिस कर्मियों से काफी विवाद हो गया था। पुलिस और आजम खां की नोकझोंक की सूचना पर आसपास के जनपद के अन्य सपा नेता भी मौके पर आजम खां के समर्थन में पहुंच गए थे। इन सभी नेताओंं पर आरोप लगा था कि इन्होंने भाषणों से जनता को भड़काया और मार्ग भी अवरुद्ध कर दिया था।