ब्लैक फंगस की दस्तक से स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप
यूपी के अलीगढ़ जिले में ब्लैक फंगस ने अपनी दस्तक दे दी है जिले में ब्लैक फंगस का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है जहा थाना क्वार्सी रामघाट रोड़ स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय संयुक्त चिकित्सालय और एक निजी अस्पताल में ब्लैक फंगस बीमारी के दो संदिग्ध मरीज पाए गए हैं।ब्लैक फंगस के दो मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच हुआ है। जिसके बाद अलीगढ़ मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) भानू प्रताप कल्याणी ने इसकी रिपोर्ट उत्तर प्रदेश शासन को भेज दी है। कोरोना के साथ अब जो सबसे ज्यादा चिंता सता रही है वह ब्लैक फंगस बीमारी को लेकर है। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में यह बीमारी बुरी तरह फैल चुकी है। अब अलीगढ़ में भी इस बीमारी ने अपनी दस्तक दे दी है। अलीगढ़ के दीनदयाल उपाध्याय संयुक्त चिकित्सालय में व एक निजी अस्पताल में ब्लैक फंगस के 2 मरीज मिले हैं। इससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में 40 वर्षीय व्यक्ति राजवीर में ब्लैक फंगस के लक्षण मिले हैं। तो वहीं एक निजी क्लीनिक में इलाज करने कराने आए 72 वर्षीय बुजुर्ग में भी यह ब्लैक फंगस पाया गया है। ब्लैक फंगस के 2 मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने इसकी रिपोर्ट शासन को भेज दी है अलीगढ़ के सीएमओ डॉ भानु प्रताप सिंह कल्याणी ने बताया कि ब्लैक फंगस के हमार पास दो केस आए हैं। जिसमें एक ओपीडी में आया था। डॉ नितिन अग्रवाल के यहां पर और एक पेशेंट दीनदयाल में भर्ती है। अभी हम लोगों को दवाएं लखनऊ से इश्यू हो रही है। जो कल तक मंगा लेंगे। ड्रग इस्पेक्टर ने भी बताया कि उन्होंने भी कुछ दवाओं का आर्डर किया है। तब तक जो भी दवा हमारे पास है वह फिलहाल इस्तेमाल कर रहे हैं। यह ब्लैक फंगस इंफेक्शन हो जाता है जैसे पत्तियां या लकड़ी सड़ती है तो उनसे फंगस हो जाता है या धूल मिट्टी होता है। हवा में इसके कण होते हैं जो सांस के रास्ते अंदर चले जाते हैं। फिर नाक से इंफेक्शन होता है जो फैलता जाता है।