उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में भारतीय किसान यूनियन भानु के राष्ट्रीय महासचिव प्रेमपाल सिंह चौहान ने एक दैनिक अखबार में छपी खबर कि राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह से नाराज होकर पदाधिकारियों ने इस्तीफा दिया वह बिल्कुल भ्रामक एवं गलत है क्योकि ऐसे लोग संगठन का हिस्सा ही नही थे अलीगढ़ में संगठन पूर्णता है एकजुट है और एक साथ मिलकर कार्य कर रही किसी भी पदाधिकारी ने इस्तीफा नहीं दिया वे पदाधिकारी जो कि एक भी दिन चिल्ला बॉर्डर पर शामिल नहीं हुए उन्हें संगठन से निष्कासित किया गया है प्रदेश महासचिव डॉ शैलेन्द्र पाल सिंह ने बताया कि वे लोग ही न्यूज़ पेपर के माध्यम से भ्रामक खबर फैला रहे हैं की राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने चिल्ला बॉर्डर से हटने का निर्णय स्वयं लिया जबकि 27 जनवरी को दिन में राष्ट्रीय पदाधिकारी एवं प्रदेश के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ बैठक के पश्चात सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया देश हित और तिरंगे से बढ़कर कोई आंदोलन नहीं हो सकता 26 जनवरी को हम गणतंत्र दिवस मनाते और उस दिन यदि देश की बदनामी होती है तो इस पर प्रत्येक देशवासी को गुस्सा आना चाहिए इसीलिए चिल्ला बॉर्डर से हटने का निर्णय लिया गया किंतु आंदोलन बंद नहीं किया कल 11 फ़रवरी को प्रत्येक जिला मुख्यालय पर माननीय प्रधानमंत्री महोदय के नाम किसानों की समस्याओं ज्ञापन दिया गया एवं फिरोजाबाद मैं आंदोलन के तहत एसडीएम एवं पुलिस अधिकारियों को बंधक भी बनाया गया इसलिए भारतीय किसान यूनियन भानु किसानों के प्रति पूर्ण निष्ठा के साथ एवं ईमानदारी के साथ कार्य कर रही है हम पहले राष्ट्रवादी है उसके बाद में आन्दोलनकारी है किसान हित मैं लड़ाई जारी रहेगी एस के सिंह राना कुलदीप सिंह चौहान राजेश कुमार दीक्षित महेंद्र पाल सिंह धीरज वर्मा ठाकुर मनीष पाल सिंह तेजवीर शाह सुलेमान खान गुलजार अहमद आदि लोग उपस्थित रहे।