उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में कार्यक्रम से पूर्व हिंदी दिवस पर चयनित किए गए शहर के जाने माने नाम कवित्री पारुल जिंदल, समाजसेवा के क्षेत्र प्रगति चौहान एवं हिन्दी कविता के क्षेत्र में वेदप्रकाश मणि को सम्मानित किया गया। सर्वप्रथम राम मंदिर आंदोलन से जुड़े एवम् बलूचिस्तान से आए एविएशन व्यवसाय से जुड़े कैप्टन सिकंदर रिजवी ने अपने विचार रखे। उन्होंने 12 अक्टूबर से 19 अक्टूबर के बीच देश में घटे घटनाक्रम पर अपने विचार रखे। उन्होंने तत्कालीन सरसंघचालक माधवराव गोलवलकर गुरुजी की कश्मीर विलय पर भूमिका को इंगित किया। उन्होंने ऑपरेशन गुलमर्ग के माध्यम से पाकिस्तान की कश्मीर पर हमले की साज़िश को बेनकाब किया। पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ के कहा कि सिकंदर रिजवी जिस स्थान से आते हैं वहां की महिलाएं आज भी भारतीय सेना के लिए रोज अपने घर में दस रोटी निकालती हैं। वो इस बात का इंतजार करती हैं कि भारतीय सेना आएगी और हमें पाकिस्तान की दुश्वारियों से आज़ाद कराएगी। उन्होंने देश के वामपंथी इतिहासकारों पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि इन इतिहासकारों ने देश की पूरी पीढ़ी को गलत तथ्यों के साथ इतिहास बताया गया जिसके कारण देश की गलत तथ्यों को पढ़ कर बड़ी हुई है। फिल्म इंडस्ट्री के ऊपर उन्होंने कहा कि देश की फिल्म इंडस्ट्री पर जिहादी गैंग का कब्जा है। इस फिल्म इंडस्ट्री में हमेशा सनातन संस्कृति को विकृत रूप में दिखाया जाता है। पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ ने 1976 में भारतीय संविधान की आत्मा कहे जाने वाली प्रस्तावना में ‘ सेक्युलर ‘ शब्द पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने इसके हिंदी रूपांतरण में पंथ निरपेक्ष के स्थान पर धर्म निरपेक्ष को गलत बताया। युवाओं के विषय में उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी में क्रांति के लिए उन्हें सरल भाषा में सनातन संस्कृति का ज्ञान देना होगा। उन्होंने कहां की युवा पीढ़ी को सनातन संस्कृति को समझाने के लिए माध्यम तो समझाए गए लेकिन उद्देश्य नहीं बताया गया। पाकिस्तान के संदर्भ में उन्होंने कहा कि 1971 के बाद पाकिस्तान कभी सीधे तौर पर नहीं लड़ा लेकिन पाकिस्तान के आर्मी हेडक्वार्टर रावलपिंडी ने भारत को ऐसे हजार घाव देने की पॉलिसी बनाई जो रिस रहे हैं।
पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ ने बल्लभगढ़ में धर्म परिवर्तन न करने के कारण की गई निकिता तोमर व कुछ दिन पूर्व दिल्ली में की गई अंकित सक्सेना व राहुल राजपूत की हत्या के कारणों को विस्तार से समझाया। पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ ने कहा कि भारतीय संसद द्वारा 1995 में पास किया गया वकफ़ प्रॉपर्टी एक्ट पास किया है जो देश के विभाजन से भी ज्यादा खतरनाक है। भारत में बनाए गए माइनॉरिटी कमीशन को उन्होंने देश के पंथों के बीच बंटवारे का सबसे बड़ा कारण बताया। उन्होंने कश्मीर के विषय में भारत सरकार द्वारा किसी भी भारतीय को जमीन खरीदने के फैसले पर मुबारकबाद पेश की। कार्यक्रम का संचालन आहुति के अध्यक्ष अशोक चौधरी ने किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से मुकेश राजपूत, जयप्रकाश सारस्वत, गौरव शर्मा, ज्ञानेंद्र मिश्रा, अमरीश गर्ग, गिरधारी लाल गोयल, प्रदीप सिंघल, सत्यप्रकाश नवमान, डॉ विश्वमित्र आर्य, पवन प्रयास, मधु आंधिवाल रविन्द्र राष्ट्रीय, भारत पाटनी, विक्रांत गर्ग, संजय शर्मा, रवि राठी, दलवीर चौहान, मुकेश लिम्का, योगेश आर्य, प्रवीण आर्य आदि उपस्थित रहे
अलीगढ़ से नगर संवाददाता
शेखर सिंह जादौन