नोएडा के मारवाह स्टूडियो में “पांचवा ग्लोबल लिटरेरी फेस्टिवल” का आयोजन किया गया। जिसका मूल उद्देश्य किताबों की उपयोगिता को बताना और इसकी महत्ता जीवन निर्माण की दिशा में कितना उपयोगी है यह समझाना है।
11 से 13 सितंबर के बीच आयोजित की जाने वाली इस ग्लोबल लिटरेरी फेस्टिवल में देश एवं विदेश के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े हुए लोगों ने शिरकत की।
गौरवशाली भारतीय परंपराओं को अपनाते हुए भगवान गणेश की वंदना करके और सरस्वती जी के चरणों में पुष्प अर्पण कर कार्यक्रम की औपचारिकता की शुरुआत की गई।
इस कार्यक्रम में ICMEI के प्रेसिडेंट संदीप मारवाह, वियतनाम के एंबेसडर पाम शान चाऊ, पेरू के एंबेसडर कार्लोस पोलो, काउंसलर जनरल ऑफ कॉमरोस के. एल. गंजू, एग्रीकल्चर मिनिस्टर परसोत्तम रूपला, फिल्म लेखक कमलेश पांडे , राइटर लिली सरवान, फेस्टिवल डायरेक्टर सुशील भारती, सहित देश और विदेश के साहित्य प्रेमियों, समाजसेवियों ने अपनी गरिमामय उपस्थिति दर्ज करा कर इस कार्यक्रम को भव्य बना दिया।
कार्यक्रम में आए हुए सभी मुख्य अतिथियों ने संदीप मारवाह के संरक्षण में आयोजित किए जा रहे इस ग्लोबल लिटरेरी फेस्टिवल के लिए समाज और साहित्य का संरक्षक बताते हुए धन्यवाद दिया। और कहा कि साहित्य हमारे आगे आने वाली पीढ़ियों के लिए मार्गदर्शक का काम करती हैं।
मारवाह स्टूडियो के संस्थापक एवं आइसीएमईआई के प्रेसिडेंट संदीप मारवाह ने कहा कि जीवन के दर्शन को जानने के लिए हमें साहित्यों को पढ़ना आवश्यक है, क्योंकि किताबें हमें पुर्णवत्व की तरफ ले जाती हैं। दुनिया भर की तमाम जानकारियों के साथ-साथ अपनी कला संस्कृति गौरवशाली इतिहास को जानने का अवसर हमें किताबों के माध्यम से ही मिल सकता है। ऐसी किताबें ही समाज का, व्यक्ति का मार्गदर्शक होती है जिस पर व्यक्ति अपने विचारों के निर्माण के साथ चल कर आगे बढ़ता है। पांचवा ग्लोबल लिटरेरी फेस्टिवल का आयोजन बड़े ही गर्व की बात है और आने वाले समय में ऐसे ही यह कार्यक्रम अनवरत रूप से चलता रहे ऐसी मेरी शुभकामनाएं है। यहां पर आए हुए सभी अतिथियों का मेरा हार्दिक धन्यवाद।
कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्य अतिथियों में से एक के. एल. गंजू ने कहा कि आज के वक्त में बिना कला के कुछ भी नहीं है ये हमें प्रेम और शांति देती है और हमें संगठित रखती है।
प्रसिद्ध लेखिका लिली स्वरान ने अपनी कविताओं के जरिए प्यार को बड़े ही सुंदरता से बयां किया और प्रेम के वास्तविक अर्थ से लोगों को परिचित करवाया।
कार्यक्रम में आए हुए सभी लोगों को मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया एवं तीन दिवसीय इस ग्लोबल लिटरेरी फेस्टिवल में शामिल हो रहे सभी पुस्तक प्रेमियों को शुभकामनाएँ दी।