उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में उड़ान सोसाइटी द्वारा संचालित चाइल्ड लाइन की टीम ने थाना हरदुआगंज अंतर्गत ग्राम इब्राहिमाबाद में तेईस मई को होने जा रहे बाल विवाह को गाँव में जाकर रुकवाया । चाइल्ड लाइन के निदेशक ज्ञानेंद्र मिश्रा ने बताया कि चाइल्ड लाइन को एक कॉलर के माध्यम से बाईस मई प्रात:काल में बाल विवाह की सूचना प्राप्त हुई । कॉलर ने बताया कि गाँव में दो बहनें जिनकी उम्र सोलह व पंद्रह वर्ष है का बाल विवाह दिनांक तेईस मई को प्रस्तावित है । अधिक जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि बड़ी बहन ने इसी वर्ष कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय मंजूरगढ़ी से कक्षा आठ की परीक्षा दी है और छोटी बहन भी उसी विध्यालय में कक्षा सात की छात्रा है । सूचना पर तत्काल कार्यवाही करते हुए चाइल्ड लाइन की समन्वयक शिरीन राजेंद्र ने जिला प्रोबेशन अधिकारी स्मिता सिंह एवं बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष नीरा वार्ष्णेय को इसकी जानकारी दी । साथ ही चाइल्ड लाइन की टीम सदस्य सीमा भारती व् नासिर अली खान को भेजकर विवाह की एक पत्र थानाध्यक्ष हरदुआगंज को सौंपा । थानाध्यक्ष हरदुआगंज ने पुलिस फ़ोर्स को घटनास्थल पर चाइल्ड लाइन की टीम के साथ भेजा । जहाँ दोनों टीमों ने नाबालिक बालिकाओं के माता पिता से बालिकाओं के विवाह के सम्बन्ध में पुछा । परिवारीजनों ने दोनों का विवाह होना स्वीकारा एवं टीम को गुमराह करते हुए बताया कि दोनों ही बालिग है लेकिन उनके पास कोई भी प्रपत्र उपलब्ध नहीं है । बालिकाओं के पिता ने काफी जद्दोजहद उपरांत आधार कार्ड बनवाने की पर्ची दिखाई जिसमें दोनों की ही उम्र सोलह एवं पंद्रह वर्ष थी । पिता के अनुसार बालिकाओं का विवाह अकराबाद क्षेत्र के गाँव मिश्रीपुर से कर रहे थे । वर पक्ष को भी नाबालिग बालिकाओं से विवाह न करने की नसीहत चाइल्ड लाइन टीम ने दी साथ ही थानाध्यक्ष हरदुआगंज ने ग्राम प्रधान पति से वार्ता कर बालिका के परिवारीजनों को समझाया । जिसके उपरांत परिवारीजनों, गवाहों व् ग्राम प्रधान ने अपनी मोहर लगा लिखित में बालिकाओं के बालिग हो जाने तक विवाह न करने का भरोसा दिया । चाइल्ड लाइन के निदेशक ज्ञानेंद्र मिश्रा ने बताया कि गत एक माह में चाइल्ड लाइन ने पांचवा बाल विवाह रुकवाया है । चाइल्ड लाइन की टीम के साथ महिला सब इंस्पेक्टर गीता देवी एवं पुलिस स्टाफ का अभूतपूर्व सहयोग रहा ।