अलीगढ़ लॉकडाउन से पहले की दिनचर्या में जीव जन्तुओं को जो पेट भरने के लिए जो भोजन मिल जाया करता था,वो अब नाम मात्र भर रह गया है। बजह साफ है, न मंदिर खुल रहे न बाजार। जहां पहले बंदर,कबूतरों, चिड़ियाओं ,गाय व कुत्तों को पशु प्रेमी भोजन- चारा डाल दिया करते थे। वो अब लगभग बंद है, वेबस पशु पक्षी भूखे ही रहने को मजबूर नज़र आ रहे हैं। इन बातों पर लोगों का ध्यान देने की अपील करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता व पीपुल फ़ॉर एनिमल(संस्था) ,दिल्ली (संस्थापक- श्रीमती मेनका गांधी) के आजीवन सदस्य पंकज धीरज ने कहा है कि सभी नागरिक अपने घरों के बाहर ही ऐसे वेबस पशु पक्षियों को अवश्य ही थोड़ा थोड़ा भोजन,सब्जी या खाद्य सामग्री अवश्य खिलाये। ऐसा करने से मनुष्य को ईश्वर सेवा का फल मिलता है। सोमवार को पंकज धीरज ने खेरेश्वर मंदिर पर ऐसे ही भूखे बंदरों को केले व अनाज खिलाया।