लॉक डाउन के दौरान फोन पर शिकायत नही है मान्य, थाने पर तहरीर देने पर करेंगे कार्यवाही
गोंडा जनपद में लॉक डाउन के दौरान प्रशासन द्वारा बेहतर सावधानियां बरतने के साथ ही निरंतर लोगो को सचेत किया जा रहा है।लोग अपने घरों में रहे व बाजार में आवश्यक वस्तुओं के दुकानों के खुलने का निश्चित समय निर्धारित कर दिया गया है। जनपद में किसी भी दुकानदार द्वारा जमाखोरी, मुनाफाखोरी व कालाबाजारी न हो इसका प्रशासन द्वारा बराबर निर्देश दिया जा रहा व जरूरत पड़ने पर जांच कर कार्यवाही की जा रही है।जिसके चलते ही अभी कुछ दिन पहले सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा कार्यवाही में कुछ लोग गिरफ्तार हुए व दुकानें सील की गईं।साथ जिलाधिकारी द्वारा प्रत्येक आवश्यक खाद्य वस्तुओं का भाव प्रतिदिन प्रसारित किया जाता है व कहीं भी कोई मुनाफाखोरी जमाखोरी की बात आये तो उसकी शिकायत के लिए नम्बर अधिकारियों पुलिसकर्मियों का जारी कर दिया गया है। लेकिन नगर कोतवाल आलोक राव की कार्यशैली कुछ विपरीत ही सामने आयी है। नगर कोतवाली क्षेत्र के प्रजापति पुरम में जब ठेले पर सब्जी विक्रेताओं द्वारा सब्जियों के भाव निर्धारित रेट से अधिक में बेचा जा रहा था तो इसकी शिकायत एक महिला पत्रकार ने नगर कोतवाल आलोक राव से की।जिसपर कोतवाल महोदय की प्रतिक्रिया बेहद गैर जिम्मेदाराना,बेतुकी व आश्चर्यचकित करने वाली रही। महिला पत्रकार से बताया कि सब्जी मत खाइए दाल से काम चला लीजिए।सब्जी नही खाओगी तो मर नही जाओगी। इस पर महिला ने कहा क्या आप मुनाफाखोरी करने वाले के खिलाफ कार्यवाही नही करेंगे तो जबाब दिया इसके थाने पर आना पड़ेगा तहरीर देना पड़ेगा तब कार्यवाही होगी। जब कि प्रशासन द्वारा निर्देश जारी है कि लॉक डाउन के दौरान कोई भी व्यक्ति बाहर नही निकलेगा।फोन पर शिकायत करने पर शिकायत दर्ज कर ली जाएगी। इस तरीके से कोतवाल द्वारा महिला पत्रकार से गैर जिम्मेदाराना व्यवहार बेहद ही निराशाजनक है।