अलीगढ़ – बाबरी मंडी क्षेत्र में हुए सीएए के विरोध के दौरान अलीगढ़ महानगर में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में विगत 3 माहिने से अधिक समय से सीएए के विरोध में उग्र एंव हिंसक धरना प्रदर्शन चल रहे हैं तथा पचास दिन से ज्यादा समय से शाहजमाल तथा अन्य स्थानों पर उग्र एवं हिंसक धरना प्रदर्शन चल रहे हैं दिनांक 23-2-20 को ऊपर कोर्ट स्थित कोतवाली पर उग्र एवं हिंसक धरना प्रदर्शन चल रहा था तथा प्रदर्शनकारियों का टकराव पुलिस से हुआ और प्रदर्शनकारी वहां से भागकर ऊपरकोट से सटे इलाके हिंदू बस्ती बाबरी मंडी पर हजारों की संख्या में एकत्रित होकर वहां पथराव फायरिंग एवं पैट्रोल बमो से हमला कर दिया जिसमें हिंदू पक्ष से दो लोगों को गोली लगी एवं तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए तथा 3 पुलिसकर्मी भी घायल हुए । उक्त दंगे में तीन f.i.r. क्रमांक 37, 38, 39, थाना कोतवाली में हिंदू पक्षों की तरफ से दर्ज कराई गई है जिनमें 2 में सलमान इम्तियाज, आमिर, तारिक, एवं शाहरुख एंव क्रमांक 39 में सलमान इम्तियाज, आमिर, शाहरुख, तारिक, हटीला, एंव नासिर पीतल वाला नामजद किये गये थे ।लेकिन f.i.r. क्रमांक 37 38 39 में नामजदों की कोई भी गिरफ्तारी नहीं हुई है तथा मुस्लिम पक्ष से घायल तारिक को मृत्यु पूर्व क्रमश: दो एंव तीन लाख की आर्थिक सहायता भी दी जा चुकी है इसके विपरीत हिंदू पक्ष से घायल राकेश एंव सुमित को आज तक अलीगढ़ प्रशासन द्वारा कोई आर्थिक मदद नहीं दी गई है जिसको देखते हुए श्री अखिल भारतीय वैश्य भारतीय महासभा का एक प्रतिनिधिमंडल घनेन्द्र कुमार गुप्ता के नेतृत्व में राज्य गन्ना मंत्री सुरेश राणा से मिले एवं बाबरी मंडी निवासी सुमित एंव राकेश और इन दोनों उपर गोली चलाने वाले बलबाईयों की गिरफ्तारी की मांग की जो f.i.r. में नामजद हैं। मिलने वालों में मुख्य रूप से उपस्थित राष्ट्रीय अध्यक्ष एलडी वार्ष्णेय, युवा राष्ट्रिय अध्यक्ष विष्णु भैया चन्द्रशेखर ऋषि, सीटू वार्ष्णेय, आदि उपस्थित रहे। सुमित के परिजन एवं बाबरी मंडी निवासियों का कहना है कि प्रशासन का रवैया हिंदुओं के प्रति पक्षपातपूर्ण है।