भगवान को भक्तों ने लगाया छप्पन भोग, भजनों की प्रस्तुतियों पर श्रद्धालुजन जमकर झूमे
मध्य प्रदेश के खंडवा में भगवान श्री कृष्ण कृष्ण ने वृंदावन वासियों से इंद्र का पूजन रुकवा कर गिरिराज का पूजन करवाया। उन्होंने अकासुर और बकासुर का उद्धार भी किया। चिता शमशान की ओर एवं चिंता भगवान की ओर ले जाती है। उक्त उद्बोधन कांटाफोड़ कन्नौंद के कथावाचक पंडित नारायण शास्त्री जी ने विद्युत नगर रोड सिंधी कॉलोनी स्थित मां आशापुरा माता मंदिर प्रांगण में संगीतमय श्रीमद् भागवत ज्ञानयज्ञ सप्ताह के पांचवें दिवस के अवसर पर गोवर्धन उत्सव के दौरान श्रीकृष्ण जी की नटखट बाल लीलाओं का सुंदर वर्णन करते हुए दिए। जानकारी देते हुए समिति प्रवक्ता निर्मल मंगवानी ने बताया कि मंदिर प्रमुख लालू बाबाजी के सानिध्य में चल रहे श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह के दौरान भगवान को भक्तों ने लगाया छप्पन भोग लगाया। पंडित शास्त्री जी के अनेक भजनों की प्रस्तुतियों पर श्रद्धालुजन जमकर झूमे। कथा के दौरान पूतना वध का प्रसंग सुनाते हुए पंडित शास्त्री ने कहा कि पूतना सुंदरी वेश धारण कर बाल श्रीकृष्ण का सहार करने आई थी। भगवान ने पूतना की असलियत लोगों को दिखाई। जब भी भगवान के सामने जाएं तो निर्मल मन लेकर जाएं नहीं तो भगवान आपकी असलियत भी संसार को दिखा दे देगें। श्री मंगवानी ने बताया कि ने बताया कि पंडित शास्त्री जी द्वारा 1000 भव्य मंचों से अठारह पुराणों का वर्णन एवं श्रीमद् भागवत कथा का सुंदर वर्णन किया जा चुका है। विगत 15 वर्षों से नन्हे मुन्ने बालकों को कन्नौद एवं कांटा फोड़ स्थित विद्यालय के माध्यम से संस्कृत की शिक्षा प्रदान की जा रही है। वही गौशाला का भी सफल संचालन किया जाकर गौ माता की सेवा की जा रही है। कथा का विश्राम आरती पश्चात हुआ। इस दौरान जजमान के रूप में अभिषेक बावने सपत्नि, पूर्व वार्ड पार्षद संदेश गुप्ता, नवीन गंगवानी, धनराज खेटपाल, सोनू मेठवानी निर्मल मंगवानी, महेन्द्र मेठवानी, भरत गंगवानी, ताराचंद कृपलानी, निलेश गुप्ता, आशापुरा माता मंदिर समिति सदस्य, विद्युत नगर महिला मंडल, आदि सहित बड़ी संख्या में नगर की धर्म प्रेमी जनता उपस्थित थी। बुधवार को श्री कृष्ण रुक्मणी विवाहोंत्सव आयोजित होगा।