मध्य प्रदेश के पन्ना जिला चिकित्सालय में भर्ती 8 माह की गर्भवती महिला श्रीमती जयंती कुशवाहा पति संतोष कुशवाहा उम्र 30 वर्ष निवासी धाम मोहल्ला पन्ना को बी पॉजिटिव ब्लड की अत्यंत आवश्यकता थी । पीड़ित पति अपना एक यूनिट ब्लड दे चुका था इसके बावजूद रक्त की कमी बनी हुई थी । सगे संबंधियों ने रक्त देने से इंकार कर दिया जिसके बाद पीड़ित पति द्वारा जानकारी पन्ना जिले के समाजसेवी रामबिहारी गोस्वामी को दी गई। जिन्होंने सोशल मीडिया पर संदेश जारी किया गया था। इसके उपरांत पन्ना जिले के अमानगंज कस्बा निवासी शिक्षक दंपत्ति श्रीमती गीता गोयल एवं स्वर्गीय श्री सुधेश गोयल जी के पुत्र मनीष गोयल जी उम्र 33 वर्ष द्वारा व्हाट्सएप पर संदेश पढ़ा गया और उन्होंने बिना कोई विलंब किए आज दिनांक 30 अक्टूबर को अमानगंज से पन्ना जिला चिकित्सालय पहुंचे तथा पीड़ित परिजनों से मिलने के उपरांत उन्होंने अपनी स्वेच्छा से पांचवी बार रक्तदान कर एक गर्भवती महिला का जीवन बचाया है । रक्तदान दाता मनीष गोयल जी ने बतलाया कि वह विगत तीन-चार वर्षों से जब भी जरूरतमंदों को ब्लड की आवश्यकता पड़ती है तो वह पन्ना से लेकर दिल्ली तक अपने स्वयं के व्यय पर रक्तदान करने पहुंच जाते हैं । उन्होंने बताया कि रक्त एक ऐसी इंसान की आवश्यकता है कि यदि समय पर नहीं मिलता है तू इंसान की जान भी जा सकती है । प्रत्येक व्यक्ति के साथ परिवार के अन्य सदस्य जुड़े रहते हैं और जिस परिवार का सदस्य बिछड़ता है , उसकी कमी वही महसूस कर सकता है जिसने जीवन में अपने परिवार के सदस्य को खोया है । श्री गोयल ने अपील करते हुए कहा कि जब कभी भी किसी जरूरतमंद को रक्त की आवश्यकता पड़ती है और आपको जानकारी प्राप्त होती है तो बिना विलंब किए उस व्यक्ति को आप रक्तदान अवश्य करें। ताकि खून की कमी के कारण किसी का घर ना उजड़े । इस अवसर पर समाजसेवी राम बिहारी गोस्वामी लैब टेक्नीशियन दिलीप सिंह , रामनाथ ओमरे एवं पीड़ित पति संतोष कुशवाहा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।