अलीगढ़ महानगर के जी० टी० रोड़ स्थित सरसौल पर गुरु रामदास कॉलोनी के पार्क में ‘दिव्य ज्योति जागृति संस्थान’ की शाखा पर दीपावली के शुभ अवसर पर ‘जागो मुहिम’ के तहत नशा मुक्ति दीपावली मना कर जीवन को सुरक्षित करें ऐसे कार्यक्रम के द्वारा लोगों को जागरूक किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कार्यक्रम में मौजूद मुख्य अतिथि के रूप में कारागार के जेलर पी० के० सिंह ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। जिसमें आशुतोष महाराज जी के दीक्षित स्कूल कॉलेज के बच्चों ने सेवा भाव से सुंदर नाट्य मंचन और नृत्य द्वारा पटाखों से होने वाले नुकसान प्रदूषण से होने वाली बीमारियों के बारे में सतर्क किया गया। आज जिस तरह से दीपावली लोग मनाते हैं अत्यधिक मात्रा में बम पटाखे से निकलता धूआं जिससे वायु दूषित होती है। अगर हालात ऐसे ही रहे तो ऐसा भविष्य निश्चित है। जहां व्यक्ति को ऑक्सीजन के अभाव में घर से बाहर निकलते वक्त ऑक्सीजन सिलेंडर लादकर घर से बाहर निकलना होगा। इतना ही नहीं जो लोग जुआ खेलकर और नशा कर इस पर्व की महिमा को खंडित करने का प्रयास करते हैं सर्व श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी वेदवाणी भारती ने कार्यक्रम का सार समझाते हुए कहा कि दीपावली दीपों का त्योहार है इसलिए इसे बनाने का सही तरीका क्या है। मिट्टी के दीयों से दिवाली मनाएं क्योंकि दिवाली पर धूल और प्रदूषण से बीमार लोगों को परेशानी होती है। पटाखों से निकलने वाला धुआं पर्यावरण को जहरीला करता है मिट्टी के दीए बनाने वाले अधिकतर लोग गांव में रहते हैं अगर हम मिट्टी के दीयों और अन्य सामान खरीदते हैं तो उनकी दिवाली भी अच्छे से मन जाएंगी। दिव्य ज्योति जागृति संस्थान आध्यात्मिक सामाजिक संस्थान हैं जिसके संस्थापक और संचालक आशुतोष महाराज जी हैं। संस्था आध्यात्मिक कार्यक्रमों के साथ-साथ सामाजिक कार्यक्रम कर समाज को जागरूक करने का प्रयास करती रहती है। इसी सामाजिक कार्य के तहत एक प्रकल्प है वह नशा के शिकार लोग विशेषकर आज का युवा जो नशे की लत में गिरकर जीवन को बर्बाद करने पर तुला है। इस अवसर पर कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने कार्यक्रम को को बहुत पसंद किया और सभी ने मिलकर संकल्प लिया कि आगे से प्रदूषण रहित और नशा मुक्ति दिवाली मनाएंगे और अधिक से अधिक पेड़ लगाकर प्रकृति को सुंदर बनाएंगे।