उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ शहर का एक परिवार दो बॉर्डर के कानून व्यवस्था में फस कर अपनी मासूम लड़की की हत्या के इंसाफ के लिए दोनों बॉर्डर की सरकार हरियाणा और यूपी सरकार से इंसाफ हेतु फरियाद लगा रहा है लेकिन प्रशासन और सरकार है कि सुनने का नाम ही नहीं ले रही जी हां आपको बता दें अलीगढ़ थाना बन्नादेवी के शिवपुरी के निवासी महेश कुमार वार्ष्णेय जो कि फर्नीचर व्यापारी हैं उन्होंने अपनी सुपुत्री रोशनी वार्ष्णेय की शादी दिनांक – 9,12,2017 को अलीगढ़ के थाना क्वारसी क्षेत्र में नूतन वार्ष्णेय के सुपुत्र प्रखर वार्ष्णेय एक प्राइवेट कंपनी में कार्य करता हैं उसके साथ अपनी सुपुत्री रोशनी वार्ष्णेय का विवाह करवाया था विवाह होने के बाद से ही ससुराल वालों ने रोशनी को मायके भेजना बंद कर दिया फिर दहेज के लोभियों ने हत्या के कुछ दिन पहले ही रोशनी को मायके यह कहकर भेजा कि जा अपने पिताजी से नोएडा में फ्लैट खरीदने के लिए पैसे ले आओ जब रोशनी घर पर पहुंची और उन्होंने अपनी यह सारी बात अपने परिवार को बताई तो उनके पिता ने लड़के के पिता से बात की तो उन्होंने यह कहकर बात टाल दी की यह मेरे बेटे के बीच का मामला है इसमें मैं कुछ नहीं कह सकता लड़की के पिता ने काफी हाथ-पैर जोड़े पर वह लोग नहीं माने उन्होंने पैसे के लिए काफी इंतजाम किया पर कहीं से भी इतनी बङी धनराशि का इंतजाम नहीं हो पाया फिर एक महीने बाद लड़का अचानक अपनी ससुराल आकर अपनी पत्नी रोशनी को ले जाने के लिए आता है मां बाप डरते-डरते अपनी सुपुत्री को लड़के के संग भेज देते हैं और लड़का अपनी पत्नी को लेकर गुडगाँव चला जाता है वहां पर जाकर दूसरे दिन मृत्यु हो जाती है और लड़का डेड बॉडी को गाड़ी में डालकर गुड़गांव से अलीगढ़ ले आता है पर आश्चर्य की बात यह है गुड़गांव से अलीगढ़ तक कोई भी पुलिसकर्मी उस गाड़ी को चेक नहीं करता और लड़का अलीगढ़ लाकर लड़की का आनन फानन में दाह संस्कार कर देता है और लड़की के पिता महेश कुमार वार्ष्णेय लड़की की हत्या का मामला गुड़गांव पुलिस थाना में शिकायत दर्ज कराते हैं पुलिस मामला दर्ज करने से मना कर देती है तथा काफी सिफारिश लगाने के कई दिनों बाद उनकी शिकायत दर्ज की जाती है शिकायत होने के बाद भी आज तक उनकी बेटी के हत्यारों की अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हो पाई है और वह हरियाणा और यूपी के आला अधिकारी से अपने बेटी के इंसाफ हेतुु गुहार लगाते रहे पर जहां मोदी सरकार सबका साथ सबका विकास और हर किसी को न्याय दिलाने की बड़ी-बड़ी बातें करने वाली सरकार महिलाओं के ऊपर हो रहे अत्याचार और बलात्कार हत्या के मामले में हमेशा चुप्पी सादे नजर आती है अब देखना है जहां मोदी सरकार भारत के विकास के लिए तमाम कायदे कानून बना रही है वही महिला के ऊपर हो रहे दहेज के खातिर हत्या या आत्महत्या,बलात्कार जैसी मामलों पर क्या कोई कानून बना पाती है क्या महिलाओं को इंसाफ दिला पाती है या नहीं।