इगलास के गांव चंदफरी में बाल व्यास की युगल जोड़ी ने किए प्रवचन
अन्नू सोनी की रिपोर्ट
अलीगढ़ । इगलास में भक्तों के स्नेह से सदा बंधे रहने वाले भगवान भक्तों के साथ अपना स्नेह निभाने खुद आते हैं। श्रीहरि कभी नहीं चाहते कि उसके भक्त के पास अहंकार रहे। वह अपने भक्त से ये भी कहते हैं कि मुझे तो वह वस्तु अर्पित करो, जो मैंने तुम्हे दी ही नहीं और वह वस्तु है अहंकार। अहंकार को ईश्वर ने नहीं दिया मनुष्य ने स्वयं अपने भीतर तैयार किया है।
उक्त प्रवचन क्षेत्र के गांव चंदफरी-हस्तपुर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में युगल जोड़ी बाल व्यास दीदी वृंदा किशोरी व बृजकिशोर महाराज ने व्यक्त किए। भागवत पंडाल में द्वापर युग में जन्मे भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया। कथा व्यास द्वारा नंद बाबा के घर उत्सव के माहौल का सुंदर वर्णन किया तो कथा स्थल का माहौल भी नंदोत्सव के रंग में रंग गया।
नंद के आनंद भयो, जय कन्हैयालाल के उद्घोष के साथ समूचा आयोजन परिसर गूंज उठा। नंदबाबा व बाल कृष्ण की झांकी ने द्वापर युग में भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव का आनंद जीवंत कर दिया। आरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया। गुरुवार को पंचम दिवस पर भगवान कृष्ण की बाल लीला, गोवर्धन पूजा, छप्पन भोग का वृतांत सुनाया जाएगा।