लोकेंद्र वर्मा की रिपोर्ट
अलीगढ़ । अलीगढ़ रेलवे स्टेशन बम ब्लास्ट साजिश की सूचना पर सुरक्षा एजेंसियां और बम निरोधक दस्ते एक्टिव हो गए थे। बम ब्लास्ट साजिश की सूचना पर सुरक्षा एजेंसियां और बम निरोधक दस्ते एक्टिव हो गए थे। पुलिस को यह सूचना देने वाला ई-रिक्शा चालक ने नशे की स्थिति में पुलिस को सूचना दी थी। जिसके बाद आरपीएफ, लोकल पुलिस के साथ एटीएस भी एक्टिव हो गई थी । जांच में सुरक्षा एजेंसियों ने पाया कि यह बात करने वाले दोनों कश्मीरी युवक भी निर्दाेष हैं।
उनसे गहन से पूछताछ करने के बाद यह बात सामने आई है, जिसके बाद उन्हें छोड़ भी दिया गया है। वहीं इन युवकों का एएमयू से भी कोई संबंध नहीं पाया गया है। हालांकि इस बारे में अभी सुरक्षा एजेंसियों की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी हुआ है ।
सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के भमोला चौकी इंचार्ज को 8 नवंबर को एक ई-रिक्शा चालक ने सूचना दी थी कि उनसे दो कश्मीरी युवकों को बम ब्लास्ट करने की साजिश करते सुना है।रिक्शा चालक ने पुलिस को बताया था कि दोनों युवक 7 नवंबर की रात लगभग 10ः30 बजे ट्रेन से आए थे। इसके बाद वह उन्हें छोड़ने गया था।
इस दौरान उसने सुना था कि वह दोनों रेलवे स्टेशन पर बम ब्लास्ट करने की बात कर रहे थे। ई-रिक्शा चालक से यह बात पता चलने के बाद पुलिस हरकत में आ गई थी। रेलवे स्टेशन की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी और एटीएस ने भी सुरक्षा की कमान संभालते हुए जांच शुरू कर दी थी।