अन्नू सोनी की रिपोर्ट
अलीगढ़ । प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी श्री सिद्धपीठ माता चिन्तपूर्णी देवी व मनकामेश्वर महादेव चित्रगुप्त मंदिर, न्यू आर के पुरम, आगरा रोड, अलीगढ़ में दुर्गाष्टमी के पावन पर्व पर हवन और आरती का आयोजन किया गया। आचार्य यश भारद्वाज ने विधि विधान से हवन पूजन संपन्न कराया। कार्यक्रम का संचालन अभिषेक सक्सैना सनातनी ने किया। मंदिर समिति की अध्यक्ष राजरानी सक्सैना ने कहा कि मंदिर में लगभग 350 वर्ष पुराना एक पीपल का वृक्ष है जिसके नीचे शिव परिवार के विग्रह स्थापित हैं, सनातन धर्म में मान्यता होती है कि यदि कोई जातक पीपल के वृक्ष के नीचे स्थापित शिवलिंग की पूजा अर्चना करता है तो उसे सभी भौतिक सुख-सुविधाओं की प्राप्ति होती है।
मंदिर समिति के महामंत्री/सेवक प्रमोद कुमार सक्सैना ने बताया कि यह मंदिर लगभग 21 वर्ष पुराना है। माता चिन्तपूर्णी देवी के दरबार में मनवांछित फलों की प्राप्ति होती है। स्थानीय निवासियों ने कहा कि मन्दिर में आने पर अपार शांति और आनंद का अनुभव होता है। कॉलोनी में मंदिर की स्थापना होने के बाद से छोटे-छोटे बच्चे भी मिलजुलकर प्रतिदिन बड़े श्रद्धा भाव से भगवान के विग्रहों की सेवा करते हैं।
मंदिर में माँ दुर्गा, महाकाली, माँ सरस्वती, शिव परिवार, श्रीराम दरबार, श्रीराधाकृष्ण, हनुमानजी, चित्रगुप्त जी, शनिदेव जी, जाहरवीर बाबा एवं भैरों बाबा के विग्रह विराजमान हैं। प्रत्येक वर्ष 14 अप्रैल को मंदिर के स्थापना दिवस के अवसर पर मंदिर से भव्य शोभायात्रा निकाली जाती है एवं सभी धार्मिक पर्व भी बड़ी धूमधाम से मनाए जाते हैं। सावन के पावन माह में हर हर महादेव के जयकारे लगाते शिवभक्तों की अपार भीड़ मंदिर में देखने को मिलती है। इस वर्ष हवन, आरती के अवसर पर लगभग 150 भक्तों की भीड़ उपस्थित रही।