रोहित सिंह जादौन की रिपोर्ट
अलीगढ़,। राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ की एक आवश्यक बैठक तस्वीर महल चौराहा स्थित राजा महेन्द्र प्रताप सिंहपार्क में आहत की गई। बैठक में पत्रकारों को फर्जी तरीके से आरोपी बनाए जाने से जिलाभर के पत्रकारों में रोष है। रिपोर्टरों पर एफआईआर की की निंदा करते हुए पत्रकारों ने कहा है कि पुलिस अपनी विफलता को दबाने के लिए पत्रकारों के खिलाफ दमन की कार्रवाई कर रही है। इसके खिलाफ पत्रकार एकजुट होकर इसका विरोध करेंगे और पत्रकारों पर दर्ज फर्जी मुकदमा पुलिस वापस नहीं लेती है तो चरणबद्ध आंदोलन चलाने को बाध्य होंगे। पत्रकार धर्मेन्द्र राघव के खिलाफ दर्ज किये गये झूठे मुकद्दमें के सबंध में राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के पदाधिकारी एसपी सिटी मृगांक शेखर से मुलाकात करेगें और उसके बाद डीआईजी अलीगढ़ परिक्षेत्र अलीगढ़ शलभ माथुर को एक ज्ञापन सौंपकर थाना सासनीगेट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेगें।
जिला संयोजक पत्रकार अनवर खांन ने कहा कि चौथा स्तंभ जनता की जानकारी पुलिस और प्रशासन तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है। ऐसे में पुलिस और प्रशासन को पत्रकारों का शुक्रगुजार होना चाहिए था लेकिन अलीगढ़ मेंं इसके विपरीत हुआ है। पत्रकारों पर फर्जी मामले दर्ज किए जा रहे हैं। सिर्फ़ अभी नहीं, बल्कि पिछले काफ़ी वक़्त से पत्रकार इस तरह के मामले अपने ऊपर झेल रहे हैं।
संगठन मंत्री वरिष्ठ पत्रकार वीरेन्द्र सिंह अरोरा ने कहा कि थाना सासनीगेट पुलिस द्वारा बिना कोई घटना के ही पत्रकारिता के माध्यम से समाजेसवा करने वाले 25 वर्ष पुराने पत्रकार की साफ-स्वच्छ छवि को धूमिल करने के उद्देश्य से थाना सासनीगेट प्रभारी निरीक्षक और पुलिस चौकी प्रभारी पला साहिबाबाद द्वारा पैसे की सांठ-गांठ कर दबंग आरोपियों से मनगढ़त कहानी रचकर घर में घुसकर महिला के साथ छेड़छाड़ कर मारपीट करने का झूठा मुकद्दमा अपराध संख्या 0689/2023 आईपी सी की धारा 452,354 ख,323,504,506 दर्ज कर शारीरिक व मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है। सभी पत्रकारों ने पुलिस अधिकारियों से उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की मांग की गई है।
धर्मेन्द्र राघव पत्रकार निवासी गौरी शंकर मंदिर के पास आजाद हिंद नगर भदेशी रोड़ पला साहिबाबाद थाना सासनीगेट का शांतिप्रिय एक्सप्रेस मीडिया सर्विस भोपाल की न्यूज एजेन्सी में 18 वर्ष से बतौर जिला संवाददाता कार्य कर समाचार लिखकर समाज सेवा करता चला आ रहा है।
9 नवम्बर की शाम धर्मेन्द्र राघव अपने अखवार के कार्यालय में कार्य कर रहा था कि अचानक पड़ोस के रने वाले दबंग अजीत पुत्र नामालूम व उसकी पत्नी के साथ आधा दर्जन लोगों ने घर में घसकर मारपीट कर दी थी जिसके सबंध में तीन दिन बाद 12 नवम्बर को पुलिस ने मुकद्दमा संख्या 0684/2023 आईपीसी की धारा 147,452,354 ख,323,504,506 के तहत दर्ज पुलिस द्वारा डाक्टरी परीक्षण कराकर पंजीकृत किया गया था।
आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने कोई कार्यवाही तो की नहीं और पैसे का लेन-देन कर थाना सासनीगेट में पकड़े गये तीन दबंग आरोपियों को रात्रि में छोड़ दिया गया और 15 नवम्बर को पत्रकार की साफ-स्वच्छ छवि धूमिल करने के उद्देश्य से उल्टा मुकद्दमा थाना सासनीगेट प्रभारी निरीक्षक शिशुपाल शर्मा और पला साहिबाबाद चौकी इंचार्ज संदीप द्वारा दंबग आरोपियों से पैसे की सांठ-गांठ कर उल्टा मुकद्दमा अपराध संख्या 0689 आईपीसी की धारा 452,354 ख,323,504,506 के तहत दर्ज किया गया है।
जबकि जिस समय की घटना पुलिस द्वारा दिखाई जा रही है उस समय पत्रकार धर्मेन्द्र राघव अपने समाचार पत्र के कार्यालय में समाचार लिख रहे थे। पुलिस द्वारा झूठा मुकद्दमा दर्ज कर पत्रकार की छवि धूमिल कर उसका शारीरिक व मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है, इस प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की सभी पत्रकारों ने मांग की है। बैठक में पत्रकार अहोराम सिंह राजोरिया,पुष्पेन्द्र सिंह,सत्यवीर सिंह यादव,वीरेन्द्र सिंह अरोरा,नौशाद अब्बासी,गौरव रावत, मौ.राशिद, कमल सिंह,बबलू खान,रोहित कुमार,राजेन्द्र कुमार,रॉकी आलोक आदि मौजूद थे।