रोहित सिंह जादौन की रिपोर्ट
अलीगढ़ । जनपद के चंडौस कस्बे में विगत रविवार शाम निकाली गई श्रीराम बरात शोभायात्रा पर मस्जिद से हुए हमले और उसके बाद हुई पुलिस कार्यवाही पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बजरंगबल संयोजक गौरव शर्मा ने इसे योजनाबद्ध जिहादी घटना बताते हुए पुलिस प्रशासन पर घटना पर लीपापोती करने का आरोप लगाया । उन्होंने कहा यह गुप्तचर एजेंसियों और स्थानीय पुलिस अधिकारीयों की अक्षमता और निष्क्रियता का द्योतक है, इसीलिये इसे साधारण कानून व्यवस्था की घटना बता कर पेश किया जा रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि यह घटना भारत में हिन्दू धार्मिक जुलुस पर होने वाली प्रथम घटना नहीं है और यह घटना अनेक प्रश्न खडे करती है। प्रथम – क्या किसी मस्जिद के सामने से किसी हिन्दू धार्मिक जुलुस का निकलना भारत में निषेध है? दूसरे – यदि वो प्रतिबंधित मार्ग से निकालने की कोशिश हो रही थी, तो इसमें मुस्लिम विरोध का विषय नहीं था उसे स्थानीय पुलिस द्वारा रोका जाना चाहिए था? तीसरे – क्या किसी कानून व्यवस्था की स्थिति में किसी भी पक्ष को सीधे कार्यवाही का अधिकार है?
उन्होंने प्रशासनिक अधिकारीयों से प्रश्न किया कि क्या वह विगत 100 वर्षों के इतिहास में कोई ऐसी घटना बता सकते है जब हिन्दुओं ने किसी भी धर्मिक जुलुस आदि पर कोई हमला किया हो, क्या अभी प्रशासनिक अधिकारी वैश्विक घटनाओं के साथ कश्मीर, केरल, कर्नाटक, पश्चिमी बंगाल, राजस्थान, हरियाणा आदि प्रांतों में हुई घटनाओं से कुछ सबक लेने को तैयार नहीं है।
उन्होंने आक्रोशित स्वर में कहा कि वास्तविकता को समझें बिना गंगा जमनी तहजीब की चाशनी में डूबा पुलिस प्रशासन सनातन हिन्दू समाज की प्रताड़ना और अपमान का कारण बन रहा है, जिसे रोके जाने की आवश्यकता है। उन्होंने आगे कहा कि स्थिति कानून व्यवस्था की होती है और प्रशासन शांति व्यवस्था में लग जाता है, इसी कारण राष्ट्रविरोधी जिहादियों के हौसले बढ़ रहे है।
उन्होंने इस घटना में भाजपा जनप्रतिनिधियों के आचरण की भर्त्सना करते हुए कहा कि इस मुस्लिम तुष्टिकरण के राष्ट्र-घातक आचरण में अब भाजपाई भी शामिल हो रहे है, जो हिन्दुओं के साथ खुला विश्वासघात है, किन्तु अभी भी हमारी अंतिम आशा के रूप में उत्तरप्रदेश के यशश्वी मुख्यमंaत्री योगी आदित्यनाथ है, उन्ही के कारण हिन्दू भाजपा के प्रति आकर्षित है।
बजरंगबल के संरक्षक अशोक चौधरी ने वर्तमान वैश्विक व राष्ट्रीय परिस्थियों का हवाला देते हुए सभी सनातन हिन्दुओं से अपील की वह अधिकतम संयम का परिचय दें, साथ ही अपने धर्मिक जुलुस मेलों की सुरक्षा की स्वयं व्यवस्था करें, स्थानीय पुलिस को विश्वास में रखें तथा पुलिस को किसी भी परिस्थिति में अपने आक्रोश का निशाना बनाने से बचें। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार का अनावश्यक उन्माद समाज संस्कृति व राष्ट्र के लिए ख़तरनाक हो सकता है।
इस पत्रकार वार्ता में अजय सिंह रमाकांत रोहित वार्ष्णेय हर्ष वर्मा भी उपस्थित थे।