अन्नू सोनी की रिपोर्ट
अलीगढ़ । एएमयू जिम्नेजियम क्लब द्वारा आउटरीच कार्यक्रम के अंतर्गत स्केटिंग रिंग पर दस वर्ष से कम आयु के बच्चों में शारीरिक विकास हेतु खेल एवं व्यायाम का निर्धारण विषय पर कार्यशाला एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया । इसका उद्घाटन एएमयू गेम्स कमेटी के डिप्टी डायरेक्टर स्पोर्ट्स अनीस उर रहमान खान एएमयू छात्र संघ के पूर्व उपाध्यक्ष नवाब हैदर अली खान असद, असिस्टेंट डायरेक्टर अरशद महमूद द्वारा संयुक्त रूप से किया गया । मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए एएमयू जिम्नेज़ियम प्रशिक्षक मजहर उल कमर ने कहा कि 10 वर्ष से कम आयु के बच्चों को तकनीकी एवं मशीनरी की सहायता से खेले जाने वाले खेलों के बजाय अधिक शारीरिक क्रियाओं वाले खेलों के खेलने के लिए प्रेरित करें ।
तथा 10 वर्ष से 14 वर्ष के बच्चों को उनकी खेल रुचि के अनुसार उन्हें खेलने दें । तथा 14 वर्ष के बाद के आयु वर्ग के बच्चों को उनकी शारीरिक क्षमता का आंकलन खेल विज्ञान के विशेषज्ञों से जांच के बाद कौन सा खेल शारीरिक विकास के अनुरूप खेल के लिए लाभदायक होगा उसी खेल को बच्चे का प्रमुख खेल बनाये ।
मज़हर ने आगे कहा कि हर बच्चे में प्राकृतिक रूप से शारीरिक क्षमता के कुछ गुण जन्म से ही होते हैं । अगर ऐसे शारीरिक क्षमता के गुणों के आंकलन के बाद बच्चों के रुचि के अनुसार खेल का निर्धारण हो तो उसका लाभ खेल के परफार्मेंस को बढ़ाने में बहुत अधिक सहायक होगा ।
दस वर्ष से कम आयु के बच्चों को खेलने के लिए हफ्ते के अलग-अलग दिन निर्धारित करें , जिसमें फुटबॉल, बास्केटबॉल ,स्विमिंग, बैडमिंटन, क्रिकेट, स्केटिंग, एथलेटिक्स आदि खेल सम्मिलित हो तथा हफ्ते में एक दिन योग क्रियाएं, और बच्चों की शरीर की मालिश अवश्य करें । ये शारीरिक और मानसिक विकास के साथ साथ फिटनेस के स्तर के बढ़ावे में सहायक होगा ।
डिप्टी डायरेक्टर अनीस उर रहमान ने कहा कि आहार में बच्चों को घर पर बने हर प्रकार के खान-पान का सेवन कराएं , 14 वर्ष तक उनके खान पान को रोके नही तथा अधिक से अधिक सीजनल फल बच्चों को खिलाये । मिलावट की वजह से बाजार में बिकने वाले दूध, मलाई, खोवा ,एवं जंक फूड आदि के सेवन से अपने बच्चों को बचाये ।
इस अवसर पर फुटबॉल कोच सैय्यद तुफैल उर रहमान , बैडमिंटन कोच खुसरो मारूफ , पूर्व स्कैटिंग कोच अली अकबर, योग विशेषज्ञ हामिद अली , कुश्ती कोच राकेश चौधरी ने खेल और फिटनैस से सम्बंधित अनेक जानकारी दी ।
कार्यक्रम में सैय्यद मोहम्मद कफील, शादाब हसन , मोहम्मद रिज़वान , मोहम्मद अली , अवधेश सारस्वत सहित पूरे जनपद के पाँच दर्जन से अधिक बच्चों के माता पिता उपस्थिय थे ।