अन्नू सोनी की रिपोर्ट
अलीगढ़ : 22 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश स्तरीय आव्हान पर राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ जनपद अलीगढ़ के जिला अध्यक्ष डॉ0 राजेश चौहान एवं जिला महामंत्री सुशील कुमार शर्मा के नेतृत्व में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय जनपद अलीगढ़ में विशाल धरना दिया गया। इस धरने में जनपद अलीगढ़ के समस्त विकास खंडों से सैकड़ों की संख्या में शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों के साथ जिला एवं समस्त ब्लाक कार्यकारिणी के पदाधिकारी सम्मिलित हुए ।
धरने को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष डॉ0 राजेश चौहान ने मुख्य रूप से पुरानी पेंशन का मुद्दा उठाया उन्होंने बताया कि संगठन पुरानी पेंशन को हर कीमत में लेकर रहेगा चाहे उसके लिए हमें कितना भी प्रयास करना पड़े, हम मिलकर लड़ेंगे। इसी क्रम में जिला महामंत्री सुशील कुमार शर्मा ने शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्य में लगाए रखने का पुरजोर विरोध किया और कहा कि गैर शैक्षणिक कार्य में शिक्षकों के लगे होने से शिक्षकों की गरिमा तार-तार हो रही है।
सरकार की मंशा के अनुरूप बच्चों को निपुण बनाया जाना निर्धारित है इससे इस कार्य में भी बाधा उत्पन्न हो रही है। सरकार को शिक्षकों को शिक्षक ही रहने देना चाहिए और उनको गैर शैक्षणिक कार्यों से तत्काल हटा देना चाहिए। इसके आगे उमेश वर्मा ने कहा कि सरकार द्वारा शिक्षक को सन्देहप्रद समझते हुए मोबाइल वॉइस कॉलिंग के माध्यम से उसकी जांच पड़ताल करना और बिना सोचे समझे ही उस पर कार्रवाई कर देना उचित नहीं है ।
इसी क्रम में संजय भारद्वाज जिला मीडिया प्रभारी ने कहा कि राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ प्रतिवर्ष करता कर्तव्यबोध कार्यक्रम मनाता आ रहा है किसके अंतर्गत प्रत्येक शिक्षक अपने शैक्षणिक कार्यों को निर्वहन करने के लिए प्रतिबद्ध है और वह लगातार बच्चों को निपुण बनाने का प्रयास कर रहा है ऐसी स्थिति में शिक्षक को नाकारा समझना सरकार की बहुत बड़ी भूल है। इसी क्रम में बृजपाल सिंह ने संगठन की उपयोगिता को बताते हुए शिक्षकों को एकजुट रहने का आव्हान किया और बताया कि बिना संगठन के शिक्षक का अस्तित्व नहीं है।
डॉ0 उपेंद्र बघेल ने बताया कि राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ कई वर्षों से निर्भीकता और निष्पक्षता के साथ शिक्षकों के साथ खड़ा हुआ है इसलिए किसी भी शिक्षक को डरने की आवश्यकता नहीं है। इसलिए शिक्षक निर्भीकता के साथ अपने दायित्वों को पूर्ण करें। डॉ0 निदा खान ने राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ को शिक्षकों का साथ देने के लिए धन्यवाद दिया।
संजय गुप्ता जिला कोषाध्यक्ष ने लेखा पर्ची, प्रोन्नत वेतनमान आदि का मुद्दा उठाया। अंत में राष्ट्रगान के उपरांत जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विनय कुमार गिलको ज्ञापन देकर धरने को समाप्ति की घोषणा की गई।
धरने में मुख्य रूप से सुमित सिंह, भारत भूषण, मनोज वार्ष्णेय, प्रमोद कुमार, इंदु चौहान, श्वेता शर्मा, वर्षा सक्सैना, नीतू सिंह, मयूर वार्ष्णेय, यशपाल बिष्ट, सतीश चौहान, विजय कुमार, शीतल गाधार, रणवीर सिंह, भानु प्रताप, अशोक कुमार, निकिता, माहेजरा, मंजू गौतम, सुरेंद्र यादव, डॉ0 विजय पाल सिंह आदि अनेकों शिक्षक उपस्थित रहे।