अन्नू सोनी की रिपोर्ट
अलीगढ़ । राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश द्वारा साधारण सभा की बैठक का आयोजन लखनऊ विश्वविद्यालय के चाणक्य सभागार में किया गया। साधारण सभा की इस बैठक में शिक्षक हितों से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों यथा – पुरानी पेंशन लागू करना ,2004 विशिष्ट बीटीसी बैच को केंद्र के मेमोरेंडम की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में मेमोरेंडम के आधार पर पुरानी पेंशन से आच्छादित करना,17140/18150 वेतन विसंगति दूर करना,मृतक आश्रित को 30
दिन में नियुक्ति पत्र उसके घर पर देना, आगामी बालगणना की दुश्वारियों का झंझावत समाप्त कराना,अर्जित अवकाशों प्रदान करना,हाफ सीएल की व्यवस्था करना, पदोन्नति तत्काल करना,प्रत्येक विद्यालय में प्रधानाध्यापक नियुक्त करना,अंतर्जनपदीय स्थानांतरित शिक्षकों की ज्येष्ठता शून्य न करना उसे उसकी मौलिक नियुक्ति से पदोन्नति में वरिष्ठता देना, परिषदीय विद्यालयों राजकीय विद्यालय घोषित करना,आदि 32 समस्याओं के समावेशीकरण पर गहन विचार-विमर्श किया गया। बैठक तीन सत्रों में संचालित की गई।
बैठक में अखिल भारतीय स्तर के पदाधिकारियों,प्रादेशिक पदाधिकारियों एवम् समस्त जनपदों से जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में जिला कार्यकारिणी के पदाधिकारियों ने प्रतिभाग किया । बैठक में प्राथमिक शिक्षा संवर्ग ,माध्यमिक शिक्षा संवर्ग,उच्च शिक्षा संवर्ग के पदाधिकारियों ने प्रतिभाग कर अपनी दमदार उपस्थिति का योगदान दिया।
बैठक में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय संगठन मंत्री आदरणीय महेन्द्र कपूर ,उत्तर प्रदेश प्रभारी महेन्द्र कुमार ,प्रदेश अध्यक्ष अजीत सिंह ,प्रदेश महामंत्री भगवती सिंह,प्रदेश संगठन मंत्री शिव शंकर सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष विश्व नाथ सिंह, सहित समस्त प्रदेश पदाधिकारीगण एवम् अलीगढ़ से मंडल अध्यक्ष डॉ राजेश चौहान, जिला महामंत्री सुशील शर्मा कैलाश रावत, नरेन्द्र भारद्वाज, ब्रजपाल सिंह, अवधेश कुमार ने प्रतिभाग किया।
समस्त जनपदों से जनपदीय स्तर की समस्याओं को संग्रहित किया गया तथा शासन को उन सभी समस्याओं के निराकरण हेतु रणनीति की भी घोषणा की गई।बैठक में प्राथमिक शिक्षा संवर्ग से अपेक्षा से भी अधिक पदाधिकारियों ने अपनी उपस्थिति से शीर्ष नेतृत्व को अत्यंत प्रभावित किया।