गभाना पुलिस की कार्यशैली पर उठाए सवाल
संजय सोनी की रिपोर्ट
अलीगढ़ । जहां एक और पत्रकारों के ऊपर हर रोज झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर माफियाओं की सरपरस्ती के चलते पुलिस की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान उठने लगे हैं यही कारण है अब दर्जनों पत्रकारों के द्वारा पुलिस के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया है। राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के दर्जनों पदाधिकारियों के द्वारा मंडलायुक्त को एक ज्ञापन सौंपते हुए चावल माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही व पुलिस के द्वारा दर्ज किए गए झूठे मुकदमे की वापसी को लेकर एक ज्ञापन सौंपा है जिसमें उनके द्वारा जांच कर कार्यवाही का आश्वासन पीड़ित पत्रकारों को दिया है ।
पूरा मामला जिला अलीगढ़ के थाना गभाना क्षेत्र का है जहां बीते दिनों जालसाजी करने के साथ एक चावल माफियाओं के द्वारा मनगढ़ंत कहानी बनाकर 2 पत्रकारों पर झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया जिसे आहट होकर पीड़ित पत्रकारों के द्वारा थाना गभाना पुलिस के खिलाफ भी कार्यवाही की मांग की है पत्रकारों का साफ तौर पर कहना है खबर प्रकाशन से बौखलाए चावल माफिया के द्वारा थाना गभाना पुलिस से सांठगांठ करने के बाद झूठा मुकदमा दो पत्रकारों पर लिखा गया है 2 जनवरी 2023 को दर्ज हुए मुकदमे को लेकर जिले भर के पत्रकारों में रोष व्याप्त नजर आ रहा है मंडलायुक्त को ज्ञापन देकर पत्रकारों के द्वारा चावल माफिया के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है तो वहीं दूसरी ओर पुलिस के द्वारा दर्ज किए गए मुकदमे की तत्काल वापसी के लिए मंडलायुक्त के द्वारा आश्वासन दिया है।
अब देखना यह होगा हर रोज दर्ज हो रहे झूठे मुकदमे को लेकर आला पदाधिकारी आखिर किस तरीके का रुख अपनाएंगे आपको बता दें हर रोज ग्रामीण अचल व शहरी पत्रकार अधिकारियों की मनगढ़ंत कहानी का शिकार हो जाते हैं यही कारण है उस शिकार को रोकने के लिए अब पत्रकारों के द्वारा एकजुटता दिखाना शुरू कर दिया है जल्द ही ऐसे मामलों पर रोक नहीं लगाई गई तो पत्रकारों का आक्रोश एक बड़ी ज्वाला के रूप में उभर कर सामने आ सकता है जिसका परिणाम प्रशासन को भुगतना होगा ।