संजय सोनी की रिपोर्ट
अलीगढ़ । गेहूं उत्तर प्रदेश की प्रमुख फसल है। कृषि क्षेत्र के अधिकांश हिस्सों में इसकी खेती की जाती है। वर्तमान समय में गेहूं की बुआई की जा रही है। बुआई करते समय किसान के मन में अच्छी पैदावार की बात जरूर आती है और वह उन्नत बीजों का ही प्रयोग करता है। कृषि वैज्ञानिकों की सलाह पर बुआई करते समय कुछ बातों का ध्यान रख कर गेहूं की उत्पादन क्षमता को बढ़ाया जा सकता है।
कृषि विशेषज्ञ ओमप्रकाश त्यागी का कहना है कि किसानों को गेहूं की अच्छी पैदावार के लिए चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। किसान कुछ उपायों पर अमल करें तो गेहूं की अधिक पैदावार प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि श्रीराम सुपर 5 एसआर 05 गेहूं बीज से अधिक कल्लों की संख्या, वज़नदार कठोर चमकदार 80.85 दाने प्रति बाली, पीली रतुआ के प्रति सहनशीलता और अधिक उपज क्षमता, पौधे की उपयुक्त ऊंचाई 90 सेमी. होने की वजह से इसमें गिरने की शिकायत नहीं आती।
श्रीराम सुपर 5. एसआर 05 और 252 गेहूं बीज से उनकी उत्पादकता बढ़ी है। यह गेहूं बीज अनुकूलन क्षमता और बेहतरीन उत्पादकता के चलते किसानो के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रहा है। किसान बाबू सिंह बताते हैं कि उन्होंने श्रीराम सुपर 252 बोया था और परिणाम से वह काफी प्रभावित हुए।