गिरिराज धरण हम तेरी शरण
संजय सोनी की रिपोर्ट
अलीगढ़ । श्री वार्ष्णेय मंदिर में पूज्य वैष्णवाचार्य धीरज बावरा जी महाराज के श्री मुख से श्रीमद् भागवत कथा की अमृत वर्षा निरंतर चल रही है । श्री वार्ष्णेय मंदिर के प्रवक्ता भुवनेश वार्ष्णेय आधुनिक के अनुसार भगवान श्री श्यामा श्याम जी (युगल सरकार ) की अनन्य भक्त गोलोक वासी श्रीमती शांति देवी की पुण्य स्मृति में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के पंचम दिवस भक्तों ने बड़े ही भक्ति भाव से श्री मद भागवत कथा का श्रवण किया । पूज्य वैष्णवाचार्य धीरज बाबरा जी महाराज ने भगवान श्री कृष्ण की बाल लीला , माखन चोरी लीला , गोवर्धन पूजा एवम छप्पन भोग का बहुत ही भावपूर्ण रूप से वर्णन किया ।
कथा व्यास जी ने कहा कि गिरराज धरण हम तेरी शरण ,कौन पावै जाको पार , प्रेम नदिया की सदा उल्टी बहे धार । जगत नियंता जगदीश्वर जिसकी एक भृकुटि टेडी होने से संसार मे प्रलय आजाती है जिसकी एक मुस्कुराहट से प्रकृति खिल जाती है वो आज नंद यशोदा के आंगन में बालक बन कर क्रीड़ा कर रहा है । धन्य हैं नंद यशोदा । बाल कृष्ण के ब्रज में आते ही भगवान ने पूतना का वध किया । भगवान शंकर को दर्शन दिया । सकटासुर वध , असुर तृणावर्त वध की कथा का व्याख्यान किया । घर घर जाकर माखन चोरी लीला की । कालिया नाग पर कृपा की । समस्त ब्रजवासियों सहित गोवर्धन की पूजा की एवं किस प्रकार से गोवर्धन पर्वत उठाकर समस्त ब्रजवासियों को इंद्र के कोप से बचा कर रक्षा की ।
ठाकुर जी को छप्पन भोग क्यों समर्पित किया जाता है । इसकी भी विस्तृत कथा भक्तों को बताई ।
भागवतकथा के अंतर्गत कथा के समय सभी भक्त और महिलाएं भक्ति संगीत की तरंगों पर झूमते नजर आए ।
श्री वार्ष्णेय मंदिर के प्रवक्ता भुवनेश वार्ष्णेय आधुनिक के अनुसार 26 नवंबर 2022 दिन शनिवार को दोपहर 2 बजे से भागवत कथा में महारास कथा , कंस वध, उद्धव गोपी संवाद एवम रुक्मिणी मंगल कथा का वर्णन किया जाएगा । भागवत कथा में मुख्य रूप से मुख्य आयोजक लाला बद्री प्रसाद गुप्त , राधेश्याम गुप्ता स्क्रैप वाले , अंजू गुप्ता , विनोद गुप्ता , मेघा गुप्ता , सुरेंद्र गुप्ता , ओम प्रकाश गुप्ता , पंडित ओम प्रकाश शर्मा , राजेंद्र कातिब , भुवनेश वार्ष्णेय आधुनिक , चिन्मय गुप्ता , रुचि गुप्ता , नेहा गुप्ता , गीता वर्मा , अनमोल , अनंत , पंडित मनोज मिश्रा , पंडित महेश ब्रह्मचारी , गिरीश वार्ष्णेय , बंटी विशाल जैसवाल सहित सैकड़ों की संख्या में भक्त उपस्थित रहे ।