लाभार्थियों को परिवार नियोजन के प्रति किया जागरूक
संजय सोनी की रिपोर्ट
कासगंज । जिले में सोमवार को सयुंक्त जिला चिकित्सालय समेत सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान इच्छुक दंपती को परिवार नियोजन के साधन निःशुल्क मुहैया कराये गए, साथ ही लाभार्थियों को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक किया गया । इस मौके पर 325 लाभार्थीयों ने परिवार नियोजन के साधन अपनाए, जिसमे 5 अंतरा, 10 छाया, 5 माला एन, 3 पीपीआईयूसीडी, 2 आईयूसीडी व 300 कंडोम के पेकेट दिए गए ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अवध किशोर प्रसाद ने बताया 21 नवम्बर से जनसंपर्क पखवाडे की भी शुरुआत हो चुकी है, इस पखवाड़ा के अंतर्गत आशा कार्यकर्ता जनसंपर्क कर लोगों को परिवार नियोजन के साधन अपनाने के लिए जागरूक करेंगी । साथ ही इसके लिए तीन समूहों को प्रोत्साहित किया जाएगा, जिसके पहले समूह में हाई रिस्क प्रेगनेंसी (एचआरपी) वाली महिलाएं, दूसरे लक्षित समूह में नव विवाहित दंपती और तीसरे समूह में ऐसे योग्य दंपती को शामिल किया गया है,जिनके तीन या तीन से अधिक बच्चे हैं, या जिनका परिवार पूरा हो चुका है ।
परिवार कल्याण के नोडल अधिकारी डॉ. केसी जोशी ने बताया कि जनपद के ब्लाक स्तरीय चिकित्सा स्वास्थ्य इकाइयों के साथ-साथ हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर भी खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि खुशहाल परिवार दिवस के आयोजन के दौरान परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों की सुविधा सभी चिकित्सा स्वास्थ्य इकाइयों पर उपलब्ध कराई गई। साथ ही प्रत्येक दंपती को समझाया गया कि परिवार नियोजन के विषय में विचार-विमर्श करके ही अपना परिवार आगे बढ़ाना चाहिए,।
इससे परिवार खुशहाल होगा।
उन्होंने बताया कि खुशहाल परिवार दिवस के आयोजन का प्रमुख उद्देश्य समुदाय में परिवार नियोजन की जागरूकता व स्वीकृता को बढ़ाबा देना है । जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर परिवार नियोजन के अस्थायी साधन अंतरा इंजेक्शन, छाया, माला एन, कंडोम, पीपीआईसीयूडी, आईसीयूडी,पिल्स आदि उपलब्ध है । उन्होंने बताया कि 2 दिसंबर को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अशोकनगर पर पुरुष नसबन्दी शिविर आयोजित होगा । इच्छुक पुरुष परिवार नियोजन का स्थायी साधन अपना सकते है ।
वह बताते हैं कि परिवार नियोजन कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पुरुष की भागीदारी भी बहुत जरूरी है, क्योंकि महिला नसबन्दी की अपेक्षा पुरुष नसबंदी सरल और आसान है। पुरुष नसबन्दी से स्वास्थय पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है, इसलिए फैली हुई भ्रांतियों पर यक़ीन न करके, पुरुष वर्ग भी परिवार नियोजन अपनी भूमिका निभाए ।
परिवार नियोजन विशेषज्ञ ने बताया कि 1 अक्टूबर से 19 नवंबर तक 388 महिला व 4 पुरुष ने नसबन्दी को अपनाया ।
– कासगंज की 25 वर्षीय पूजा ने बताया कि उनके दो बच्चे है, अनचाहे गर्भ से बचाव के लिए खुशहाल परिवार दिवस के मौके पर मैंने अंतरा इंजेक्शन की दूसरी डोज़ लगवाई है । जिससे उनका परिवार सीमित रहे । कार्यक्रम के दौरान महिला रोग विशेषज्ञ डॉ मारुती, परिवार नियोजन काउंसलर, बीपीएम सुनील कुमार आदि मौजूद रहे ।