निजी अस्पताल को प्रतिदिन बीमारियों का डाटा व मरीज का नाम सहित फिल करना अनिवार्य : सीएमओ
संजय सोनी की रिपोर्ट
अलीगढ़ । डेंगू रिपोर्ट पाज़िटिव आने पर अब निजी अस्पताल को भी आईएचआईपी (इंटीग्रेटेड डिसीज सर्विलांस प्रोग्राम) पोर्टल पर मरीजों की डिटेल अपलोड करना होगा। साथ ही डेंगू के मरीज या डेंगू का संदिग्ध मरीज डेंगू की जांच पाज़िटिव आने पर पुष्टि के लिए एलाइजा टेस्ट हेतु मलखान सिंह जिला चिकित्सालय में भेजना सुनिश्चित करें। यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नीरज त्यागी का।
सीएमओ ने बताया कि इस पोर्टल पर निजी अस्पताल को प्रतिदिन बीमारियों का डाटा व मरीजों का नाम सहित फिल करना अनिवार्य है। साथ ही डेंगू पाज़िटिव आता है, तो इसकी सूचना तुरंत स्वास्थ्य विभाग को दी जाए। ताकि समय रहते ही उस एरिया में सर्वे कर लार्वा को नष्ट किया जा सके। साथ ही निजी अस्पतालों को निर्देश भी दिए गए हैं कि डेंगू वार्ड अलग से होना चाहिए और सभी बेडो पर नेट (मच्छरदानी) लगी होनी चाहिए।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से जिले के सभी निजी अस्पतालों के संचालकों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि – निजी अस्पताल एनएस – 1 पाज़िटिव मरीज के फोन नम्बर सहित अन्य जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दें। ताकि एनएस – 1 पाज़िटिव मरीजों के सैंपल को एलाइजा जांच के लिए मलखान सिंह जिला चिकित्सालय में भेजे। क्योंकि डेंग की पुष्टि के लिए एलाइजा जांच मलखान सिंह जिला चिकित्सालय में ही उपलब्ध है।
जिला डाटा मैनेजर पुष्पेन्द्र कुमार ने बताया कि अगर बुखार, डेंगू व मलेरिया का एक भी मरीज नहीं आता है। फिर भी निजी अस्पताल को आईएचआईपी पोर्टल पर निल रिपोर्ट दर्ज कराना जरूरी है।