कोल विधायक ने फीता काटकर स्वास्थ्य शिविर का किया उद्घाटन
संजय सोनी की रिपोर्ट
अलीगढ़ । विश्व मधुमेह दिवस पर सोमवार को प्राइमरी स्कूल चंदानिया में कोल विधायक अनिल पाराशर ने फीता काटकर शिविर की शुरुआत की। शिविर में 285 लोगों की मधुमेह व ब्लड प्रेशर एवं बीएमआई की जांच की गई। जांच के दौरान 26 डायबिटीज व 23 ब्लड प्रेशर के मरीज मिले। उपस्थित लोगों को मधुमेह से पीड़ित बीमारी के बारे में जानकारी व उससे बचाव के तरीके के बारे में जागरूक किया। इस दौरान कोल विधायक अनिल पाराशर ने मरीजों से इलाज हेतु हाल-चाल जाना। साथ ही वित्तीय सलाहकार रागिनी सिंह को निर्देश दिया कि शिविर में आए मरीजों का फोन नम्बर नोट कर इलाज हेतु फालोअप किया जाए। ताकि समय से बेहतर उपचार हो सके।
कोल विधायक अनिल पाराशर ने कहा – कि में ज्यादा से ज्यादा लोगों को हिस्सा लेना चाहिए, जिससे कि समय समय पर बीमारियों से ग्रसित लोगों को निशुल्क बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। उन्होंने बताया कि मधुमेह व ब्लड प्रेशर एवं मानसिक तनाव जैसी बीमारियों के लिए मलखान सिंह जिला चिकित्सालय में सुविधा उपलब्ध है।
एनसीडी के नोडल अधिकारी डॉ. बीके सिंह राजपूत ने बताया कि मधुमेह आज के समय की एक आम बीमारी बन गई है। जिसको देखो इस बीमारी से घिरा हुआ है। लोग आज मेहनत का काम नहीं करना चाहते हैं, इसलिए आजकल के लोगों में इस बीमारी ने भयानक रूप ले लिया है। इससे निपटने के लिए हमें शारीरिक परिश्रम और उचित खानपान का ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि 50 प्रतिशत से अधिक टाइप 2 में डायबिटीज़ (मधुमेह) को रोका जा सकता है, क्यों कि डायबिटीज़ का बचाव ही उपचार है।
एनसीडी सेल की वित्तीय सलाहकार रागिनी सिंह ने कहा कि डायबिटीज़ से बचने के लिए चाय का परहेज करना चाहिए और साथ ही चीनी युक्त पदार्थ का कम सेवन करना चाहिए और रोज सुबह पांच किमी टहलना चाहिए। उन्होंने बताया कि एनसीडी सेल में विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं जिसमें एक मानसिक कार्यक्रम भी है। मानसिक रोग से पीड़ित मरीजों को कंसल्टेंट अंशु एस सोम द्वारा जानकारी दी गयी।
नगला तिकोना अर्बन पीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. तुषार वार्ष्णेय ने बताया कि शिविर में मरीजों को उचित परामर्श और दवा देकर रोग से बचने के उपाय भी बताए गए।
मोहल्ला चंदनिया मोहल्ले के निवासी 50 वर्षीय भूदेव सिंह कहते हैं कि मैं काफ़ी समय से मधुमेह व ब्लड प्रेशर से ग्रसित हूं जिसके कारण चलने फिरने में परेशानी होती है और साथ ही साथ पैरों में सुन्नपन की परेशानी है। शिविर में दवा और परामर्श भी दिया गया।
कार्यक्रम में पार्षद चंदनिया विरेंद्र सिंह, जिला कार्यक्रम समन्वयक सतेन्द्र कुमार, आरबीएसके मैनेजर मुनाजिर हुसैन, अर्बन हेल्थ कोऑर्डिनेटर अकबर खान, एसटीएलएस पीयूष अग्रवाल, डेविड कुमार शाही व नईम अहमद और एसटीएस आदिल अहमद, प्रधान अध्यापक तृप्ति वार्ष्णेय, जलिस फातमा, आभा सिंह, एलटी रंजीत, फार्मेसिस्ट नीरेश, एएनएम प्रियंका व सोनम और अन्य लोग भी मौजूद रहे।
– बचाव के उपाय:
•मीठा पदार्थ न लें।
•व्यायाम करें, धुम्रपान शराब छोड़ दें।
•रेशे युक्त भोजन, साबूत अनाज खाएं।
•वजन कम करें, अधिक सक्रीय रहे।
•अधिक फल और सब्जियां खाएं।
•प्रतिदिन योग व मेडिटेशन का अभ्यास करें।
– डायबिटीज़ से होने वाले लक्षण:
•अधिक वसाय और अधिक पेशाब करना
•अधिक भूख लगना व थकान होना
•हाथों और पैरों में सुन्नपन या झुनझुनी
•अकारण वजन कम होना
•अत्यधिक थकान,
•घाव धीरे-धीरे ठीक होना
– टाइप 2 की आंशका वाले कारण :
•परिवार में किसी को डायबिटीज़ होना
•अधिक वजन, असंतुलित आहार
• शारीरिक निष्क्रियता, बढ़ती हुई उम्र
• उक्त रक्तचाप
• गर्भकालीन डायबिटीज का इतिहास
• गर्भावस्था के दौरान उचित पोषण की कमी