21 तक चलेगा दस्तक अभियान अब तक चले अभियान में मिले 54 टीबी रोगी,2 मलेरिया और 18 कुपोषित बच्चे
नीरज जैन की रिपोर्ट
फर्रुखाबाद । विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत सोमवार को जिले के म्युनिसिपल इंटर कॉलेज में गोष्ठी हुई। आयोजन में सहायक जिला मलेरिया विभाग ने छात्रों को संचारी रोगों के प्रति जागरूक किया। जिला मलेरिया अधिकारी डॉ राजेश माथुर ने बताया कि आजकल विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान चल रहा है। इसी क्रम 7 अक्टूबर से शुरू हुआ दस्तक अभियान जारी रही है। अभियान के दृष्टिगत में जनपदवासियों को संचारी रोगों के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि अच्छी सेहत के छोटी-छोटी आदतों पर ध्यान देना पड़ता हैI लापरवाही बरतने पर एक छोटा सा मच्छर आपको डेंगू या मलेरिया जैसी घातक बीमारियां दे जाता है। डेंगू का मच्छर अन्य से अलग होता है। इसके शरीर पर काली एवं सफेद रंग की पट्टियां पाई जाती हैं। इसे टाइगर मच्छर के नाम से भी जाना जाता है। डेंगू रोग एडीज़ मच्छर के काटने से फैलता है।
मानसूनी बारिश के साथ डेंगू के मच्छरों के पनपने का मौसम होता है। इसके तहत वेक्टर जनित रोग जैसे मलेरिया, डेंगू / चिकनगुनिया एवं दिमागी बुखार की रोकथाम के साथ ही अन्य संचारी रोगों पर नियंत्रण के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। सरकार इस बीमारी को लेकर जागरूकता फैलाने में पूरी तरह से जुटी है।
सहायक जिला मलेरिया अधिकारी नरजीत कटियार ने छात्रों को संचारी रोगों के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि डेंगू का बुखार मादा एडीज मच्छर काटने से फैलता है l यह मच्छर सुबह के वक्त काटते हैं। मादा एडीज ज्यादा ऊंचाई तक उड़ने में सक्षम नहीं होता और यही कारण है कि यह अधिकतर घुटनों के नीचे काटता है।
डेंगू के मच्छर साफ-सुथरे पानी में पनपते हैं इसलिए पानी को जमा न होने दें। नरजीत ने बताया कि 7 तारीख से चले दस्तक अभियान में 14 तारीख तक कुल 54 टीबी रोगी, 2 मलेरिया रोगी और 18 कुपोषित बच्चे मिले जिनमें से 6 कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराया गया ।
कैसे चलेगा पता :-
मादा एडीज़ या डेंगू के मच्छर के काटने के तीन से 5 दिनों के बाद बुखार आदि लक्षण दिखने लगते हैं। कैसे करे बचाव साफ या गन्दा किसी भी तरह का पानी जमा न होने दें। कूलर के पानी को रोजाना बदलें और फ्रिज के पानी को हफ्ते में एक बार अवश्य निकाल दें या डिफ्रीज कर दें पानी की टंकी को ढक्कन से ढंक कर रखें। खिड़कियों और दरवाज़ों में जाली लगवाएं ता कि मच्छर घर के भीतर न आ सकें । मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी या स्प्रे आदि का प्रयोग करें । एक्वेरियम, फूलदान आदि में हर हफ्ते पानी बदलें।
डेंगू के लक्षण दिखने पर शुरूआती कदम यदि सिरदर्द, आँखों के पीछे दर्द, उल्टी, हड्डियों और मांसपेशियों में दर्द और शरीर पर चकत्ते जैसे लक्षण हो तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें और जांच करायें I गंभीर अवस्था में पेट दर्द, तेज़ सांस. मसूड़ों में खून या ख़ून की उल्टी जैसी समस्या हो सकती है । डेंगू का पता लगाने के लिए एलाईज़ा टेस्ट कराएं ।
खूब सारा पानी और ओआरएस पिएं। खाने पीने पर खास ध्यान रखें। सूप, काढ़ा, नारियल पानी, अनार आदि का अधिक सेवन करें, खिचड़ी व दलिया खाएं। डेंगू के लक्षण अगर गंभीर दिख रहे हैं और मरीज को एक-साथ कई परेशानियां हो रही हैं, इसलिए तुंरत कुशल चिकित्सक से परामर्श कर उपचार करना चाहिए । इस दौरान म्युनिसपल इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य गिरिजा शंकर, अध्यापक प्रदीप कुमार, मयंक कुमार, निशित कुमार, अरविंद कुमार सहित छात्र मौजूद रहे ।