स्नेह लता की रिपोर्ट
नई दिल्ली। सफदरजंग अस्पताल दिल्ली के दर्द और उपशामक देखभाल इकाई, एनेस्थीसिया विभाग द्वारा आम जनता के मध्य जागरूकता पैदा करने के लिए वर्ल्ड हॉस्पिस एंड पैलिएटिव केयर डे का आयोजन किया गया। इसमें कार्यवाहक चिकित्सा अधीक्षक डॉ आर के वाधवा ने लोगों को जागरूक करने के इस कदम की प्रसंशा की और दर्द मुक्त अस्पताल बनाने की दिशा में टीम के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने सभा को संबोधित किया और मरीजों का हौसला बढ़ाया।
सवीना गुलाटी रहेजा सीएमओ प्रभारी दर्द क्लिनिक ने उपस्थित लोगों को इस दिवस के महत्व और इस वर्ष की थीम “हीलिंग हार्ट्स एंड कम्युनिटीज” के बारे में बताया। वीएमएमसी के एमबीबीएस छात्रों द्वारा जागरूकता फैलाने के लिए एक स्किट का प्रदर्शन किया गया। प्रधानाचार्य प्रो गीतिका खन्ना ने सभा को संबोधित किया और बताया कि एमसीआई द्वारा वर्ष 2012 से उपशामक चिकित्सा में एमडी के रूप में उपशामक देखभाल में एक मील का पत्थर हासिल किया गया था।
उन्होंने दुनिया को यह दिखाते हुए कि यह कितना महत्वपूर्ण है, उपशामक देखभाल का जश्न मनाने के लिए आज सभी को शपथ लेने के लिए प्रेरित किया। और हमें यह क्यों सुनिश्चित करना चाहिए कि हर किसी की पहुंच हो, चाहे वे कहीं भी रहें, वे किससे प्यार करते हैं, उनकी उम्र या उनकी पृष्ठभूमि क्या है।
डॉ वंदना तलवार ने उपशामक देखभाल के दर्शन के बारे में बात की कि यह चार आधारशिलाओं पर बनाया गया है लक्षणों का नियंत्रण, परिवार के लिए समर्थन, टीम वर्क और संचार। बीके पूनम ने व्याख्यान दिया। ध्यान सत्र का आयोजन भी प्रोफेसर विवेका पी ज्योत्सना ने किया। डॉ मेघा प्रुथी ने एक वार्ता भी की। समारोह में सभी अतिरिक्त एमएस, एचओडी, नर्सिंग कर्मियों और कर्मचारियों ने भाग लिया। मरीजों और उनके देखभाल करने वालों को भोजन और उपहार देकर सम्मानित किया गया।