अन्नू सोनी की रिपोर्ट
अलीगढ़ । क्षत्रिय समाज द्वारा विजयदशमी पर्व दशहरा पर आयोजित शस्त्र पूजन कार्यक्रम मुख्य अतिथि के रूप में डॉ मानवेंद्र प्रताप सिंह सदस्य विधान परिषद व ब्लाक प्रमुख लोधा ठा हरेंद्र सिंह की उपस्थिति में आयोजित किया गया सब प्रथम अतिथियों द्वारा भगवान श्री राम के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलन किया गया तत्पश्चात विधि विधान से मंत्रोचार से शस्त्रों को तिलक लगाकर कलावा बांध कर पूजन किया गया । तथा मिष्ठान का वितरण किया गया ।
इस अवसर पर डॉ मानवेंद्र प्रताप सिंह सदस्य विधान परिषद ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के चरित्र का अनुकरण करना चाहिए उनके द्वारा बताए गए सिद्धांतों का पालन करना चाहिए हमेशा धर्म का न्याय का अच्छाई का ज्ञान का साथ देना चाहिए साथ ही उन्होंने शिक्षा पर विशेष जोर दिया ।
अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के प्रदेश महासचिव डॉ राजेश सिंह चौहान ने कहा क्षत्रियों के मनमुटाव एवं वैमनस्यता का लाभ राजनीतिक दल उठा रहे हैं सभी क्षत्रिय बंधुओं को आपसी मनमुटाव भेदभाव ऊंच-नीच गरीबी अमीरी को मिटाकर एक प्लेटफार्म पर आना होगा तभी समाज का उत्थान हो सकेगा और क्षत्रिय मजबूत के साथ देश की राजनीति में प्रतिभा कर सकेगा सभी को शस्त्र और शास्त्र दोनों का ज्ञान होना चाहिए। ब्लाक प्रमुख लोधा ठाकुर हरेंद्र सिंह ने कहा हमें शस्त्र के साथ ही शास्त्र का ज्ञान होना आवश्यक है आज के समय शिक्षा का शास्त्र का विज्ञान का युग है ।
जिसके द्वारा हमारा समाज तरक्की की राह पर अग्रसर हो सकता है । इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक कमल प्रताप सिंह एडवोकेट अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के प्रदेश महासचिव डॉ राजेश सिंह चौहान अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के जिला अध्यक्ष विवेक चौहान, मंडल अध्यक्ष (युवा) राहुल चौहान, सीपी सिंह नरेश ठाकुर मनोज ठाकुर मनीष ठाकुर विजय विक्रम सिंह अध्यक्ष किसान मोर्चा भाजपा सत्येंद्र
सिंह वरुण राघव निक्कू ठाकुर दिग्विजय सिंह शैलेंद्र सिंह विपिन सिंह राणा योगेश कुमार सिंह कौशल ठाकुर कल्लनठाकुर चेतन सिंह ऋषभ ठाकुर राहुल सिंह रजत सिंह प्रशांत सिंह अंकित सिंह अनिल सिंह रिंकू सिंह वेद कुमार सिंह ललित सिंह अभिषेक ठाकुर विक्रम ठाकुर बंटी बाबा गुड्डू सिंह मोहित प्रताप सिंह प्रबल प्रताप सिंह लोकेश राघव प्रिंस प्रताप सिंह सोनू सिंह आयुष चौहान ठाकुर अरुण राघव कपिल सिंह मयंक सिंह अविनाश नरेंद्र कुलदीप राजपूत सुमित ठाकुर के अलावा सैकड़ों क्षत्रिय बंधु उपस्थित रहे।