अन्नू सोनी की रिपोर्ट
अलीगढ़ । बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के सहयोग से बुधवार को विकास भवन के सभागार में यशोदा कार्ड (राष्ट्रीय पोषण माह) के सफल संचालन हेतु बैठक आयोजित हुई। जिसमें सैम बच्चों (गंभीर रूप से अतिकुपोषित) के स्वास्थ्य परीक्षण हेतु सीएचओ को नोडल नामित किया गया। एक सीएचओ को 10 से 15 सैम बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण माह के 9 और 24 तारीख को करना होगा।
अवकाश की स्थिति में अगले कार्य दिवस में उक्त कार्य किया जाएगा। गूगल शीट में नोडल एवं सीएचओ द्वारा सूचना प्रत्येक माह भरी जाएगी। इस प्रकार प्रत्येक माह में दो बार स्वास्थ्य परीक्षण करके आवश्यक दवाएँ दी जाएंगी। जो बच्चे क्रिटिकल स्टेज में होंगे उन्हें एनआरसी में भर्ती कराया जाएगा।
समीक्षा बैठक को सम्बोधित करते हुए सीडीओ अंकित खंडेलवाल ने कहा कि बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग अपने कार्यों को सेवा कार्य समझकर पूरी लगन व निष्ठा से सम्पादित करें। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा यह भी निर्देश दिए कि परिणाम स्वरूप यह सुनिश्चित किया जाएगा कि यशोदा कार्ड धारक सैम बच्चों को कुपोषण से मुक्त कराया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नीरज त्यागी ने कहा कि बच्चे किसी भी देश का भविष्य होते हैं। यदि वे कमजोर एवं कुपोषित होंगे तो देश की प्रगति और विकास भी प्रभावित होगा। इसलिए जरूरी है कि इस मिशन को इसके सही अर्थों में लिया जाये और बच्चों की कुपोषण संबंधी समस्या का पूरे मनोयोग से निराकरण किया जाये।
जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रेयस कुमार ने बताया कि जनपद में 2,372 यशोदा कार्ड बनाया गया है। उन्होंने कहा कि आईसीडीएस विभाग द्वारा चिन्हित सामान्य, लाल व पीले श्रेणी के बच्चों की फीडींग वेबसाइट पर करें।
इस बैठक में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट, सीएमओ, डीपीओ, एमओआईसी व सीडीपीओ समेत सभी पार्टनर संस्था के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।