-नेत्र स्वास्थ्य शिविर में 50 बच्चों व चालकों समेत बड़े बूढ़े की हुई आंखों की निःशुल्क जांच
अन्नू सोनी की रिपोर्ट
अलीगढ़ । जनपद के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भुजपुरा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 72वें जन्मदिन पर शनिवार को दुर्बल वर्ग उत्थान समिति और स्वास्थ्य विभाग की ओर से शिविर आयोजित किया गया। शिविर में 50 बच्चों समेत कई चालकों व बड़े बूढ़े के आंखों की जांच की गई। साथ ही 6 गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य जांच का पंजीकरण भी कराया गया। इस शिविर का उद्घाटन शहर विधायक मुक्ता राजा ने किया।
इस मौके पर विधायक मुक्ता राजा ने कहा कि छात्रों को जागरूक करने के उद्देश्य से इस शिविर का आयोजन किया गया। विगत दो वर्ष कोरोना काल में विद्यार्थियों ने ऑनलाइन शिक्षा ग्रहण के दौरान मोबाईल, टैबलेट अथवा लैपटॉप का अधिकतर प्रयोग किया है, जिससे बच्चों के आंखें भी प्रभावित हुई हैं। इसलिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस शिविर का आयोजन किया गया है। ताकि कोरोना के बाद उनकी आंखों की स्थिति के लिए बारे में पता चल सके एवं इस संबंध में इनके अभिभावक को उचित मार्गदर्शन दिया जा सके।
शिविर में नेत्र परीक्षण अधिकारी दुर्गेश नंदिनी ने बताया कि 50 बच्चों समेत चालकों की आंखों की जांच की गई। इसमें कई चालकों की आंखों में धूल चिपकी पाई गई। इसके साथ ही बड़े-बूढ़ों की आंखों में कुछ धुंधलापन पाया गया। जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल बुलाया गया। उन्होंने बताया कि सभी चालक वाहन चलाते समय सावधानी बरतें। आंखों में जरा सी भी दिक्कत आए तो अस्पताल में आकर दिखाएं।
नेत्र परीक्षण अधिकारी सुमा इला तबस्सुम ने चालकों को निशुल्क दवा का वितरण किया और जरूरी परामर्श दिया। इस दौरान मास्क का वितरण भी किया गया।
पीएचसी भुजपुरा की प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. शमीम अंजुम सिंह ने बताया कि मौसम में बदलाव की वजह से भी आंखों में खुजली तथा लालिमा जैसी सीजनल एलर्जी भी पाई जा सकती है। चिकित्सक की सलाह पर ली गई सामान्य दवाओं से दो-तीन दिन में ठीक हो जाती है। हालांकि, सतर्क रहना बेहद जरूरी है। इस मौके पर नोडल अधिकारी बीके सिंह राजपूत, डीईआईसी मैनेजर मुनाजिर हुसैन, फार्मासिस्ट नीरज यादव, स्टाफ नर्स गीता और रविंद्र हरकुट आदि मौजूद रहे।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा दुर्बल वर्ग उत्थान समिति की ओर से जो स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया गया है। वह काफी अच्छा है। उन्होंने कहा कि गरीबों के लिए लगाए गए निःशुल्क शिविर एक अच्छा मददगार साबित होगा।
नोडल अधिकारी डॉ. बीके सिंह राजपूत।
बेहतर इलाज हुआ: आंख दर्द से पीड़ित रनबीर सिंह ने बताया कि कई दिनों से अस्पताल जाने के लिए सोच रहा था। दो दिन पहले सूचना मिली कि शिविर लग रहा है तो यहां पर दिखाने आ गए। बेहतर तरीके से उनका इलाज हुआ और दवा भी दी गई।