अपने घर के आस पास रखें सफाई, संचारी रोगों को पनपने का मौका न दें – सीएमओ
नीरज जैन की रिपोर्ट
फर्रुखाबाद । अगले माह एक से 31 अक्टूबर तक चलने वाले विशेष संचारी रोग नियंत्रण माह और दस्तक अभियान के संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी सभागार में शुक्रवार को बैठक हुई । इस दौरान अभियान की शत प्रतिशत सफलता के लिए सभी विभागों के अधिकारियों/ कर्मचारियों का उन्मुखीकरण किया गया l
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अवनीन्द्र कुमार ने कहा कि पिछला संचारी रोग नियंत्रण माह 1जुलाई से 31 जुलाई तक चलाया गया था। उसी तर्ज पर 1अक्टूबर से शूरू होने वाले संचारी रोग नियंत्रण माह की पूरी तैयारी कर ली गई है। अन्य विभागों के बीच आपसी समन्वय स्थापित कर अभियान को सफल बनाने का प्रयास किया जायेगा ।
सीएमओ ने बताया कि जनपद में संचारी रोग नियंत्रण माह 1 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक एवं 7 अक्टूबर से 21अक्टूबर तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने बताया दस्तक अभियान में फिजिकल डिस्टेंसिंग, हाथों की धुलाई और मास्क की अनिवार्यता पर विशेष ध्यान दिया।
जाएगा ,ताकि स्वास्थ्य कार्यकर्ता सावधानी रखते हुए लोगों को मलेरिया, डेंगू एवं कोरोना से बचाव के बारे में बेहतर तरीके से जागरूक कर सकें । सीएमओ ने कहा कि अगर हम अपने घर के आस पास सफ़ाई रखेंगे तो संचारी रोगों को पनपने का मौका ही नहीं मिलेगा । तथा सभी कार्य शासन द्वारा जारी किए गए निर्देशों के अनुसार ही किये जायेंगे।
वेक्टर बार्न डिजीज के नोडल अधिकारी डॉ यू सी वर्मा ने बताया कि दस्तक अभियान के दौरान प्रशिक्षित आशा कार्यकर्ता तथा आंगनबाड़ी द्वारा घर घर जाकर लोगो को संचारी रोगों से बचाव के उपाय , लक्षण एवं निकटतम स्वास्थ्य केंद्र के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई जायेगी । इस दौरान आशा कार्यकर्त्ताओं द्वारा दिमागी बुखार के लक्षणों एवं उपचार के विषय में समुदाय को जागरूक किया जाएगा। आशा द्वारा घरो के अंदर प्रवेश कर मच्छरों के पैदा होने वाली परिस्थितियों का निरिक्षण किया जाएगा।
मलेरिया जाँच में भी आशा कार्यकर्ताओं द्वारा सहयोग किया जाएगा । साथ ही कॉविड 19 रोग के प्रसार की स्थिति के चलते कई बच्चे टीकाकरण से वंचित रह गए हैं । ऐसे वंचित बच्चो की सूची भी आशा कार्यकर्ताओं द्वारा गृह भ्रमण के दौरान तैयार की जायेगी ।
जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) डा आर सी माथुर ने बताया ।
कि इस चरण में आशा कार्यकर्ता द्वारा बुखार के अतिरिक्त खांसी तथा सांस लेने में दिक्कत या परेशानी की शिकायत वाले रोगियों को भी चिन्हित किया जाएगा तथा उन्हें कोविड जांच हेतु संदर्भित करेंगी । साथ ही इस दौरान टीबी रोगियों की खोज, और कुपोषित बच्चों की सूची भी आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता द्वारा बनाई जाएगी ।
इस कार्य को सफल बनाने हेतु विकास खंड अधिकारी, शिक्षा विभाग,बाल विकास परियोजना विभाग , ग्राम पंचायत/ग्राम प्रधान, नगर निगम/पंचायत आदि का विशेष सहयोग रहेगा। इस दौरान डीसीपीएम रणविजय प्रताप सिंह , स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी अखिलेश कुमार,यूनिसेफ से डीएमसी अनुराग दीक्षित ,बी डी ओ ,सी डी पी ओ , शिक्षा विभाग अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे ।